उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से मिली जीत के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नगर निकाय चुनाव में भी शानदार सफलता की तरफ बढ़ रही है लेकिन रुझानों में उसे कई सीटों पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से कड़ी टक्कर भी मिल रही है। महापौर की 16 में से 11 सीट पर भाजपा आगे चल रही है, जबकि बसपा के प्रत्याशी पांच सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं।
महापौर पद के चुनाव में बीते वर्ष सत्ता में रही समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस मुकाबले से बाहर हैं। सपा और कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी हर जगह से पीछे चल रहे हैं।
गोरखपुर में महापौर के चुनाव में अब तक हुई लगभग 80,000 वोटों की गिनती में भाजपा प्रत्याशी सीताराम जायसवाल अपने निकटतम प्रत्याशी सपा के राहुल गुप्ता से 21,000 मतों से आगे चल रहे हैं। छह दौर की मतगणना पूरी हो चुकी है।
बसपा का प्रत्याशी समाजवादी पार्टी (सपा) के गढ़ माने जाने वाले फिरोजाबाद में भारी मतों से आगे हैं। यहां पर भाजपा का प्रत्याशी दूसरे स्थान पर है। आगरा में भी बसपा प्रत्याशी ने भाजपा के महापौर पद के उम्मीदवार पर बढ़त बना ली है। महापौर पद में दूसरे दौर में बसपा प्रत्याशी दिगंबर सिंह धाकरे 12,000 वोटों से आगे चल रहे हैं।
ताजनगरी आगरा में छह सभासद प्रत्याशियों का परिणाम घोषित कर दिया गया है। जिसमें भाजपा के पांच प्रत्याशी जीते हैं जबकि एक पर बसपा के प्रत्याशी ने बाजी मारी है। यहां पर महापौर पद के लिए भाजपा व बसपा के बीच कांटे का मुकाबला है।
इलाहाबाद नगर निगम में भाजपा से महापौर प्रत्याशी अभिलाषा गुप्ता नंदी आगे हैं। इसी तरह से लखनऊ में संयुक्ता भाटिया, अलीगढ़ में राजीव अग्रवाल, मुरादाबाद में विनोद अग्रवाल, कानपुर में प्रमिला पाण्डेय और गोरखपुर में भी भाजपा के प्रत्याशी बढ़त बनाए हुए हैं।
वाराणसी में भाजपा उम्मीदवार मृदुला जायसवाल को अभी तक 37,861 वोट, सपा की साधना गुप्ता को 21,665, कांग्रेस की शालिनी यादव को 9,624, बसपा की सुधा चौरसिया को 10,301 को वोट मिले हैं। अभी तक की गिनती में नोटा में 1,261 वोट पड़े।
लखनऊ में भाजपा उम्मीदवार संयुक्ता भाटिया आगे चल रही हैं। अभी तक भाजपा को 44,126 वोट, सपा को 28,422, कांग्रेस को 13,258 वोट, बसपा के उम्मीदवार को अब तक 10,994 वोट मिले हैं।
लखनऊ सहित 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायतों में तीन चरणों में हुए चुनाव की मतगणना हो रही है। इन चुनावों में कुल 79,113 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे जिनके भविष्य का फैसला होगा।