जब भी कभी लोग आपके काम को कमतर आंके तो ऐसे लोगों का सामना करें। अपनी खूबियों पर फोकस कर खुद को साबित कर दिखाएं। जीवन में अक्सर ऐसे मौके आते हैं जबकि लोग आपकी क्षमताओं को कमतर समझते हैं। यह कार्यस्थल पर भी हो सकता है और घर पर भी।
सहयोगियों में भी और पति-पत्नी के बीच भी। व्यक्ति अपने स्तर पर पूरे प्रयास करता है लेकिन अक्सर उन्हें नतीजों के साथ ही तौलकर देखा जाता है और यही सारी गड़बड़ की वजह है।
अक्सर जब आप किसी नई नौकरी में होते हैं या निचली पायदान पर होते हैं तब यह स्थिति बनती है। ऐसा तब भी होता है जब व्यक्ति अविवाहित होता है या फिर वह आर्थिक मुश्किल में फंसा होता है। लोग उसकी इन स्थितियों के आधार पर उसका आकलन करते हैं और उसे कमतर साबित कर देते हैं। जब भी ऐसी स्थिति बनती है जबकि लोग आपके बारे में नकारात्मक टिप्पणी करते हैं तो उसे अनसुना करने का प्रयास करें।
हालांकि ऐसा करना आसान नहीं है लेकिन अगर उन बातों पर ध्यान देंगे तो आप जीवन में आगे की राह नहीं ले पाएंगे। हर किसी के साथ ऐसी स्थिति आती है। अगर आपके साथ कभी ऐसी स्थिति बनती है तो उससे इस तरह निपटें-
बनें अधिक असरदार
जब भी कभी लोग आपके महत्व को कम करके देख रहे हों तो अपनी उपयोगिता के बारे में ठीक पता लगाना जरूरी है। जब भी आपकी तरफ कोई नकारात्मक टिप्पणी आती है तो उसका जवाब सकारात्मकता के साथ दें। अपने दिन की शुरुआत करते हुए यह लक्ष्य लेकर चलें कि आज आप ज्यादा बेहतर काम करके दिखाएंगे।
दूसरों की टिप्पणियों का जवाब देने कोशिश के साथ जब आप आगे बढ़ेंगे तो अपने भीतर ज्यादा ऊर्जा पाएंगे। जब आप अतिरिक्त ऊर्जा के साथ अपने कार्य में जुटेंगे तो लोगों के लिए आपको नजरअंदाज करना या कमतर आंकना संभव ही नहीं होगा।
काम को बताएं
जब भी कभी लोग आपके काम को नजरअंदाज कर रहे हों तो उन्हें यह बताना जरूरी है कि आपकी भूमिका क्या है। कई बार दफ्तर में बहुत से लोग पूरी जानकारी के बिना ही आपकी उपयोगिता पर सवाल खड़े करते हैं और तब उनकी शंकाओं का निवारण बहुत ही जरूरी है।
दोस्तों के बीच या फिर कार्यस्थल पर आपको अपनी भूमिका स्पष्ट करना जरूरी है। जरूरी नहीं है कि आप हर किसी व्यक्ति को अपने काम से संबंधित सफाई देते रहें लेकिन उन लोगों को जिनसे आपका सीधा राब्ता है यह स्पष्ट करना जरूरी है कि आपकी भूमिका क्या है और आप उसे किस तरह निभा रहे हैं।
सकारात्मक लोगों के साथ रहें
जब भी कुछ लोग आपको गिराने की कोशिश करते हैं तो उस फोर्स का मुकाबला करने के लिए आपके साथ कुछ सकारात्मक सोच वाले लोगों का जुड़ा होना जरूरी है। ये वे लोग हैं जो आपको एहसास दिलाएंगे कि आप महत्वपूर्ण हैं और आपके किए कार्यों का संस्थान या समाज में महत्व है। आपको सकारात्मकता देने वाले लोगों में परिजन, मित्र, सहकर्मी और जीवनसाथी शामिल हो सकते हैं।
हालांकि अपने इर्द-गिर्द ऐसे लोग तलाशना बहुत आसान नहीं है लेकिन अगर आपके पास ऐसा एक भी व्यक्ति है तो वह आपको कभी भी निराशा की गर्त में नहीं जाने देगा।
कमजोरियों पर काम करें
जब भी दूसरे आपको कमतर आंक रहे हों तब अपनी कमजोरियों को तलाशकर उन पर काम करें। अगर कोई यह मानता है कि आप सेल्स, कॉपी राइटिंग या कल्पनाशीलता में कमजोर हैं तो इन क्षेत्रों में काम करके सामने वाले को अगली बार जरूर चौंकाएं। दूसरों की कोई भी टिप्पणी आपको अधिक बेहतर होने में मदद भी करती है इस बात को याद रखें। जिन चीजों में आप कमजोर हैं उनके लिए थोड़ा ज्यादा समय दें ताकि आप उनमें भी श्रेष्ठ साबित हो सकें।
प्रतिबद्ध बने रहें
जब भी लोग आपको कमतर साबित करने पर तुले हैं तो आपका आत्मविश्वास थोड़ा तो डगमगाता ही है। ऐसे में जरूरी है कि अपने काम को पूरी ईमानदारी से करते रहें। याद रहे कि काम में गलतियां हर किसी से होती हैं और उन्हें देखने के बजाय जो आप हासिल कर सकते हैं उस पर नजर रखें।
याद रहे कि दुनिया के सफलतम लीडर पहली बार में ही सफल नहीं हुए थे बल्कि वे गिरे और संभलकर ही ऊंची पायदान तक पहुंचे।