प्रसिद्ध आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोशी को प्रतिष्ठित प्रित्जकर पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले वे पहले भारतीय भी हैं.
प्रित्जकर पुरस्कार आर्किटेक्चर के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने वालों को दिया जाता है. इसे आर्किटेक्चर का नोबेल भी कहा जाता है. इससे पहले जाहा हदिद, फ्रेंक गेहरी, आईएम पेई और शिगेरु बान जैसे विश्व प्रसिद्ध आर्किटेक्ट भी इस पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं.
उनके द्वारा डिजाइन शैक्षणिक संस्थानों में कई और बड़े नाम शामिल हैं. इनमें बेंगलुरु और लखनऊ के इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ मैनेजमेंट, नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ फैशन टेक्नोलॉजी, टैगोर मेमोरियल हॉल, इंस्टीट्यूट आॅफ इन्डोलॉजी प्रमुख हैं. उन्होंने कम लागत में तैयार होने वाली कई आवासीय परियोजनाओं को भी डिजाइन किया है. जिसमें इंदौर की अरण्य परियोजना प्रमुख है.