• डोगरी और ¨हदी भाषा की मशहूर लेखिका पद्मा सचदेव
• श्रीमती सचदेव को यह सम्मान डोगरी में लिखी गयी उनकी आत्मकथा‘‘ चित्त-चेते’ के लिए दिया गया।
• सरस्वती सम्मान केके बिरला फाउंडेशन द्वारा
• इस पुरस्कार के तहत 15 लाख रपए की राशि, प्रशस्ति पत्र तथा प्रतीक चिह्न प्रदान किया जाता है।