- रेवेन्यू ऑफिसर्स ने प्रोग्रेसिव टैक्सेशन पॉलिसी की तरफ कदम बढ़ाते हुए इस फिस्कल ईयर में लगभग 100 ट्रांसफर प्राइसिंग इश्यू का निपटारा करने का टारगेट फिक्स किया है
- इसके लिए डिपार्टमेंट मल्टीनेशनल कंपनियों के साथ Advance price agreement (APA) करेगा।
क्या है Advance price agreement : मल्टीनेशनल्स और टैक्स अथॉरिटी-इंडिया में सीबीडीटी के बीच एक तरह का एग्रीमेंट होता है जिसमें ट्रांसफर प्राइसिंग मेथडलॉजी तय की जाती है। टैक्स कैलकुलेट करने की मेथडलॉजी का इस्तेमाल टैक्सपेयर के फ्यूचर इंटरनेशनल ट्रांजैक्शंस पर तय समय के लिए होता है।
क्या है ट्रांसफर प्राइसिंग?
जब कोई कंपनी दूसरे देश में स्थिति अपनी किसी आनुषांगिक कंपनी से कोई वस्तु या सेवा का लेन-देन करती है तो उसे ट्रांसफर प्राइस कहते हैं। अक्सर कंपनियां दो देशों की कर की दरों को ध्यान में रखकर ट्रांसफर प्राइस तय करती हैं। ऐसा होने पर जिस देश में कर का भुगतान कम मिलता है वहां इस तरह के मामले उठने लगते हैं।
2010 में पहली बार इनकम टैक्स विभाग ने वोडाफोन के खिलाफ ट्रांसफर प्राइसिंग का मामला उठाया था। इनकम टैक्स विभाग ने वोडाफोन पर ट्रांसफर करते समय शेयर की कीमत कम करके दिखाने का आरोप लगाया था।