- देश की कुल आबादी में बुजुर्गो की हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।
- 2011 की जनगणना के हिसाब से देश की कुल आबादी में बुजुर्गो की हिस्सेदारी 8.6 फीसद हो गई है। 2001 में यह हिस्सा 7.4 फीसद था।
- इसमे भी देश में बुजुर्ग महिलाओं की संख्या पुरुषों के मुकाबले तेजी से बढ़ रही है।
- सरकार की एक सर्वे रिपोर्ट बताती है कि चाहे शहर हो या गांव, अब उम्र को लेकर बहुत अधिक अंतर नहीं रह गया है। दोनों ही इलाकों में बुजुर्गो की संख्या बढ़ने की रफ्तार लगभग समान है।
- रिपोर्ट के मुताबिक 2001 से 2011 के दशक में बुजुर्गों की आबादी 36 फीसद की रफ्तार से बढ़ी है। जबकि सामान्य आबादी बढ़ने की रफ्तार केवल 18 फीसद रही।
बुजुर्गो कि आर्थिक स्थिति
- आर्थिक लिहाज से बुजुर्ग महिलाओं की स्थिति एकदम दयनीय है। गांवों और शहरों दोनों इलाकों में दो तिहाई महिलाएं ऐसी हैं जो जीवन यापन के लिए अपने बच्चों पर निर्भर हैं।
- 7.5 फीसद बुजुर्ग महिलाओं की निर्भरता उनके पति पर है।
- गांव में केवल 14 फीसद और शहरों में 17 फीसद बुजुर्ग महिलाएं ही आर्थिक दृष्टि से सक्षम हैं।
आयु में वृद्धि वजह
- रिपोर्ट के मुताबिक देश में बुजुर्गों की संख्या बढ़ने की एक वजह औसत आयु में वृद्धि भी है।
- बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, दवाओं की क्वालिटी में सुधार और मृत्यु दर में कमी की वजह से लोगों की औसत आयु लगातार बढ़ रही है।