वर्ष 2017 के जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक (सीसीपीआई) में भारत को इस साल 20वां स्थान मिला है. सीसीपीआई सूचकांक में भारत की इस रैंकिंग को सकारात्मक बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है.
- इसमें कहा गया है कि भारत समेत विश्व के कई अन्य देश ऊर्जा क्रांति के लिए उत्साहवर्धक कदम उठा रहे हैं, हालांकि जरूरी ऊर्जा क्रांति होना अभी बाकी है.
- इस सूचकांक में अर्जेंटीना 36वें और ब्राजील 40वें नबंर पर है. यह रिपोर्ट हाल ही में वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक पेरिस समझौते के लागू होने के बाद आई है.
- सीसीपाई में भारत की रैंकिग दर्शाती है कि भारत जैसा देश नवीकरणीय ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्रों में बड़े प्रयास कर रहा है. जर्मनवाच एंड क्लाइमेट एक्शन नेटवर्क यूरोप ने इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया है.
- गौरतलब है कि पेरिस में 191 देशों के बीच जलवायु परिवर्तन पर सहमति बनी थी. इस समझौते पर सहमति बनने के एक साल बाद भारत ने इसे मंजूरी दी थी. इस समझौते में वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को 2 डिग्री सेल्सियस से कम रखने की बात कही गई है. वैज्ञानिकों का मानना है कि 2 डिग्री से ऊपर के तापमान से धरती की जलवायु में बड़ा बदलाव हो सकता है.