यह सामने से जेब्रा लेकिन पीछे से देखने पर एकदम घोड़े जैसा दिखता है।
* जेब्रा की प्रजाति क्यूगा जो सवा सौ साल पहले विलुप्त हो गई थी
- किसी समय कारू तथा दक्षिणी फ्री स्टेट में इनकी बहुतायत थी। बड़ी संख्या में यूरोपीय लोगों का दक्षिण अफ्रीका में आ बसना इन पर भारी पड़ गया।
- वे नहीं चाहते थे कि क्यूगा उनके मैदानों, खेतों में आकर उनके पालतू पशुओं के हिस्से का घास चरे, इसलिए बेरहमी से इनका शिकार शुरू कर दिया गया।
-** दक्षिण अफ्रीका के विज्ञानी डीएनए की मदद से इसे फिर अस्तित्व में ले आए हैं। एक समय दक्षिण अफ्रीका के मैदानों में हजारों क्यूगा झुंड में विचरण करते थे लेकिन अंधाधुंध शिकार के कारण 1883 में इनका अस्तित्व समाप्त हो गया।
- क्यूगा प्रोजेक्ट से इस प्रजाति के जीन को ध्यान में रखते हुए कुछ खास प्रजातियों को साथ रख कर बड़ी संख्या में क्यूगा पैदा किए जा सकते हैं।
=>1883 में अंतिम जानवर की मौत
- एम्सटर्डम के चिड़ियाघर में 12 अगस्त, 1883 को जब अंतिम क्यूगा की मौत हुई तब किसी को पता नहीं था कि धरती पर इस प्रजाति का प्राणी फिर दिखाई नहीं देगा।