दुनिया भर में तेजी से हो रहे शहरीकरण का नतीजा है कि आधी जनसंख्या अब शहरों में रहने लगी है। वैसे, यह जानना भी रोचक है कि दुनिया की जमीन के सिर्फ 1 प्रतिशत हिस्से में आधी आबादी रहती है।
- नासा के चित्रों के आधार पर एक नक्शा तैयार किया है और उससे ही ये आंकड़े सामने आए हैं।
- दुनिया भर में 31.687 करोड़ वर्ग किलोमीटर जमीन है। इसकी आबादी लगभग 712.5 करोड़ है।
- इस नक्शे में देशों की वास्तविक सीमाएं नहीं खींची गई हैं लेकिन इलाके के आधार पर वहां जमीन और आबादी की स्थिति का पता चलता है। इससे पता चलता है कि कुछ इलाकों में तो 1.60 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में 900 लोग रह रहे हैं।
- संयुक्त राष्ट्र ने विभिन्न देशों में इस शताब्दी के अंत तक संभावित आबादी का जो आंकड़ा तैयार किया है, उस खयाल से भी इस नक्शे का महत्व है।
- इस शताब्दी के अंत तक दुनिया में आबादी 1100 करोड़ हो जाने और सबसे अधिक आबादी अफ्रीका में बढ़ने की संभावना जताई गई है। नक्शे के हिसाब से वहां रहने की बड़ी दिक्कत नहीं होने वाली है क्योंकि यहां उत्तरी क्षेत्र में वैसे भी जमीन की तुलना में आबादी काफी कम है।
- इस नक्शे से एशिया को जरूर चिंतित होने की जरूरत है। यहां शहरों की आबादी काफी ज्यादा है।
- आबादी के हिसाब से दुनिया के दस सबसे बड़े शहरों में टोकियो सबसे ऊपर, दिल्ली दूसरे, मुंबई तीसरे, ओसाका चौथे और बीजिंग पांचवें नंबर पर हैं।
- ये सभी एशिया में हैं। यूरोप में घनी आबादी वाले क्षेत्र थोड़े अलग-अलग हैं। द्वीपों में जगह के हिसाब से इंडोनेशिया में जावा को सबसे अधिक घना बताया गया है। यहां 14 करोड़ रहते भी हैं।