विदेश मंत्रालय में होगा, भारतीय प्रवासी मामलों के मंत्रालय का विलय

भारतीय प्रवासियों से संबंध मजबूत करने के लिए 12 साल पहले बने भारतीय प्रवासी मामलों के मंत्रालय (एमओआइए) को फिर से विदेश मंत्रालय में समाहित कर दिया जाएगा।

- यह फैसला सरकार के मिनिमम गर्वनमेंट-मैक्सिमम गर्वेंनेंस फार्मूले पर किया गया है।

- प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय का प्रस्ताव मंजूर कर लिया है। लिहाजा, एमओआइए अब विदेश मंत्रालय का हिस्सा बन जाएगा।

- इसका मकसद न्यूनतम सरकार अधिकतम काम है। 
- प्रवासी भारतीय दिवस जो भारतीय प्रवासी मामलों के मंत्रालय के तहत मनाया जाता था अब 9 जनवरी को विदेश मंत्रालय के अधीन मनाया जाएगा।

- गौरतलब है कि वर्ष 2004 में गठित एमओआइए के बाद से विदेश मंत्रालय और इसके दो अलग मंत्री हुआ करते थे। 
- हालांकि 2014 में मोदी सरकार के गठन के बाद से सुषमा स्वराज और वीके सिंह दोनों मंत्रालयों को एक साथ देख रहे थे।

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