प्रतिभा पलायन (ब्रेन ड्रेन) की चुनौती से जूझ रहे भारत के लिए आने वाले दिनों में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
- देश के 48 लाख वयस्क दूसरे देशों में बसने की योजना बना रहे हैं या इसकी तैयारी कर चुके हैं. इस लिहाज से भारत पूरी दुनिया में दूसरे पायदान पर है.
- ये बातें संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की ‘द इंटरनेशल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन’ (आईओएम) की एक रिपोर्ट में सामने आई है. इसके मुताबिक भारतीयों के लिए पसंदीदा देशों की सूची में अमेरिका और ब्रिटेन सबसे ऊपर हैं.
- इस रिपोर्ट के मुताबिक दूसरे देशों में प्रवास की योजना बना रहे 50 फीसदी लोग केवल 20 देशों से आते हैं. ऐसे देशों में नाइजीरिया (51 लाख), भारत, कांगो (41 लाख), बांग्लादेश और चीन (27-27 लाख) सबसे ऊपर हैं.
- आईओएम की रिपोर्ट यह भी बताती है कि पूरी दुनिया में 6.6 करोड़ लोग एक साल के भीतर ही प्रवास करने की तैयारी में हैं. यह संख्या विश्व की कुल वयस्क आबादी का 1.3 फीसदी है. भारतीयों की तरह ही इन लोगों के लिए भी अमेरिका के बाद ब्रिटेन, सऊदी अरब, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका सबसे पसंदीदा देशों में शामिल है.
आईओएम के महानिदेशक जनरल विलियम लेसी स्विंग ने रिपोर्ट जारी करने के मौके पर कहा, ‘यह वैश्विक सर्वे प्रवास को लेकर लोगों की मंशा सामने लाता है और साथ ही इन सभी देशों को इस प्रवृत्ति को समझकर इसके हिसाब से नीतियां तैयार करने में मदद कर सकता है.’ रिपोर्ट के मुताबिक इन लोगों में अधिकतर अविवाहित युवा पुरुष हैं और इन्होंने कम से कम माध्यमिक स्तर तक शिक्षा हासिल की है.