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इसरो के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार, श्रीहरिकोटा से 1,235 किलो भार के रिसोर्ससैट -2ए उपग्रह का सफलतापूर्वक प्रेक्षपण किया। यह पीएसएलवी का लगातार 37वां सफल मिशन है।
- रिसोर्ससैट -2ए द्वारा भेजे गए डेटा फसल क्षेत्र और फसल उत्पादन अनुमान, सूखे की निगरानी, मिट्टी मानचित्रण, फसल प्रणाली विश्लेषण और कृषि परामर्श से संबंधित कृषि अनुप्रयोगों में उपयोगी हो जाएगा।
- अपने पूर्ववर्ती रिसोर्ससैट -1 और 2 की तरह रिसोर्ससैट -2ए भी विशिष्ट थ्री-टियर टायर इमेजिंग प्रणाली और उन्नत वाइड फील्ड सेंसर (एडब्ल्यूएफएस) रैखिक इमेजिंग सेल्फ स्कैनर -3 (एलआईएसएस-3) और रैखिक इमेजिंग सेल्फ स्कैनर-4 (एलआईएसएस- 4) कैमरों से युक्त है।
- एडब्ल्यूएफएस 56 मीटर की सैंपलिंग वाले फोटो 740 किलोमीटर पट्टी के साथ, जबकि एलआईएसएस-3 23.5 मीटर सैंपलिंग और 141 किमी. पट्टी के साथ फोटो उपलब्ध कराएगा। एलआईएसएस-4 5.8 मीटर सैंपलिंग और 70 किमी पट्टी के साथ फोटो उपलब्ध कराएगा।
- रिसोर्ससैट -2ए के प्रेक्षपण सहित भारत के पीएसएलवी यान द्वारा प्रेक्षपित उपग्रहों की कुल संख्या 122 तक पहुँच गई है, जिनमें 43 उपग्रह भारतीय हैं और शेष 79 विदेशों के हैं।
साभार : विशनाराम माली