- दिल्ली में पहली बार ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का ट्रायल रन किया गया। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के मुकुंदपुर डिपो से मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के बीच यह ट्रायल हुआ।
- डीएमआरसी के मुताबिक ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन की स्पीड मौजूदा ट्रेन से 10 फीसदी ज्यादा होगी।
- मेट्रो के मौजूदा बेड़े में 14 ड्राइवरलेस ट्रेन शामिल की गई हैं। इन्हें दिसंबर तक चलाने की प्लानिंग है।
- ट्रायल के बाद हर महीने इस तरह की चार नई ट्रेने मेट्रो के बेड़े में शामिल की जाएंगी।
- साउथ कोरिया में तैयार ट्रेन के कोचों को गुजरात के मधुरा सीपोर्ट से दिल्ली लाया गया।
- इसके बाद इन ट्रेनों को दिल्ली के मुकुंदपुर मेट्रो डिपो में असेंबल किया गया।
- दिल्ली मेट्रो ने साउथ कोरिया से ऐसी 20 ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन मंगाई हैं।
- ट्रेन में ड्राइवर केबिन हटाने के बाद 60 पैसेंजर्स के लिए एक्स्ट्रा स्पेस मिलेगा।
- मेट्रो के नए कोचेज को रन करने में एनर्जी कंजम्पशन भी मौजूदा कोच से 20% कम होगा।
=>आगे क्या है प्लानिंग?
- इस सक्सेसफुल ट्रायल रन के बाद जुलाई से बॉटनिकल गार्डन से कालकाजी मेट्रो स्टेशन तक ट्रायल रन किया जाएगा।
- शुरुआत में ये ट्रेन तीसरे फेज की मेट्रो लाइन पर चलेंगी। इनमें 6 कोच होंगे।
- मजलिस पार्क- शिव विहार और जनकपुरी वेस्ट- बॉटेनिकल गार्डन से कालकाजी तक का रूट मेट्रो का तीसरा फेज है।
=>दुनिया के इन शहरों में चलती है ड्राइवरलेस मेट्रो
- रोम, मिलान, पेरिस, वैंकूवर, लीमा, दुबई और अंकारा में ड्राइवरलेस मेट्रो चलती है।
=>शुरुआत में ट्रेनों में मौजूद होंगे कैब ऑपरेटर
- ट्रेन को चलाए जाने के अगले एक साल तक ट्रेनों में कैब ऑपरेटर मौजूद रहेंगे।
- ये ऑपरेटर ट्रेनों को कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल तकनीक के आधार पर रन कराएंगे।
- इस दौरान सबकुछ ठीक रहने पर कैब ऑपरेटर को ट्रेनों से हटा दिया जाएगा।
=>कोचेज में सीट्स की कलर कोडिंग होगी
- ड्राइवरलेस मेट्रो कोचेज की डिजाइन के साथ ही इसमें कई नए फीचर्स ऐड किए गए हैं।
- मेट्रो के हर कोच में अलग-अलग कलर की सीट्स होंगी।
- लेडीज कोच की सीट्स पिंक कलर में रखी गई हैं। जबकि नॉर्मल कोच में ब्लू, रेड और ऑरेंज कलर की सीट होंगी।
- सिक्युरिटी पर्पज से हर कोच में सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे जिससे ट्रैक और कोचेज की ट्रेसिंग की जाएगी।
- स्टेशन की इंफॉर्मेशन एलईडी स्क्रीम पर मिलेगी। इसके अलावा यूएसबी पोर्ट भी प्रोवाइड कराए गए हैं।