चीन दुनिया का पहला क्वांटम संचार उपग्रह प्रक्षेपित करने वाला है। सुरक्षा विशेषता के चलते इसे ना तो हैक किया जा सकेगा और न ही इसके द्वारा भेजी जाने वाली सूचनाओं को बाधित या टैप किया जा सकेगा।
★यदि इस उपग्रह ने अच्छी तरह काम किया तो यह ‘हैक प्रूफ’ अभेदय संचार प्रणाली का मार्ग प्रशस्त करेगा। चीन कुछ ही दिनों में इसे प्रक्षेपित करेगा।
★जुलाई, 2015 में क्वांटम कंप्यूटिंग प्रयोगशाला शंघाई में खुली थी, जिसकी स्थापना चाइनीज एकेडेमी ऑफ साइंस और चीन की विशाल इंटरनेट कंपनी अलीबाब ने मिलकर स्थापित किया था।
★क्वांटम संचार उपग्रह अहम प्रौद्योगिकी अति उच्च सुरक्षा का दावा करता है। क्योंकि फोटोन को न तो अलग किया जा सकता है और न ही उसकी प्रतिकृति बनाई जा सकती है, ऐसे में उससे गुजरने वाली सूचना को हैक करना संभव नहीं है।
★इसके अलावा इसमें संवाद करने वाले दो उपयोगकर्ताओं को उनकी बातों में ताक-झांक करने वाले तीसरे पक्ष की मौजूदगी के बारे में सूचित करने की काबिलियत है। तीसरा जो सूचना तीसरे पक्ष द्वारा पकड़ी जाएगी वह खुद ही नष्ट हो जाएगी।