- अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक हजार प्रोसेसर वाला दुनिया का पहला माइक्रोचिप बनाने में सफलता हासिल की है। इसे किलोकोर चिप का नाम दिया गया है।
- यह एक सेकेंड में तकरीबन 18 खरब (1.78 ट्रिलियन) निर्देशों की गणना करने में सक्षम है। इससे कंप्यूटर और स्मार्टफोन की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी।
- आमतौर पर एक माइक्रोचिप में अधिकतम 300 प्रोसेसर होते हैं। हालांकि, यह बाजार में खुले तौर पर उपलब्ध नहीं होता है। इसका इस्तेमाल सिर्फ शोध-अनुसंधान में ही किया जाता है।
- किलोकोर चिप में 621 मिलियन (62.10 करोड़) ट्रांजिस्टर लगे हैं।
- यह अभी तक का सर्वोच्च क्लॉक-रेट वाला चिप है। हर प्रोसेसर छोटे-छोटे प्रोग्राम के साथ स्वतंत्र रूप से काम करता है।
- इसे सिंगल इंस्ट्रक्शन मल्टीपल डाटा (एसआईएमडी) से बेहतर तकनीक माना जाता है। प्रत्येक प्रोसेसर के अलग-अलग काम करने के कारण यह जरूरत के मुताबिक ही कार्यशील रहता है। जरूरत नहीं होने की स्थिति में यह काम करना बंद कर देता है, ऐसे में ऊर्जा की काफी बचत होती है।
- यह डाटा को सीधे तौर पर ट्रांसफर करने में भी सक्षम है, जिससे आंकड़ों को प्रोसेस करने में कोई बाधा नहीं आती है।
- एक हजार प्रोसेसर से 115 अरब निर्देशों को एक सेकेंड में प्रोसेस किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में महज 0.7 वाट बिजली ही खर्च होगी।