Ø दूरसंचार विभाग ने मोबाइल टावर से निकलने वाले विकिरण का पता लगा के लिए ‘तरंग संचार’ पोर्टल बनाया है
Ø यह पोर्टल मोबाइल टावर से निकलने वाली तरंगों के बारे में व्याप्त मिथ्या धारणाओं को तोड़ने का काम करेगा।
Ø यह ग्राहकों को एक माउस के क्लिक पर किसी क्षेत्र में कार्यरत तमाम टावरों के बारे में जानकारी देगा। यह बताएगा कि किसी खास टावर से निकलने वाली तरंगें सरकार की ओर से तय मानकों के अनुरूप हैं या नहीं।
Background
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों ही ग्वालियर के एक 42 वर्षीय मरीज की मांग पर उसके इलाके से मोबाइल टावर हटाने का आदेश दिया था। मरीज का दावा था कि इस टावर से निकलने वाली घातक तरंगों के कारण ही उसे कैंसर हुआ है। कोर्ट के इस आदेश के बाद मोबाइल टावरों से उत्सर्जित होने वाले विकिरण को लेकर जारी बहस नए सिरे से तेज हो गई थी। सरकार का कहना है कि भारतीय मोबाइल टावर सुरक्षित हैं