बीते शुक्रवार को हुए सबसे बड़े साइबर हमले (रैनसमवेयर) के बाद सोमवार को दूसरा बड़ा हमला हो सकता है~इस साइबर हमले से 150 से अधिक देशों में 2,00,000 इकाइयां प्रभावित हुई हैं। माइक्रोसॉफ्ट के एक्सपी जैसे पुराने ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलने वाले कंप्यूटर इस मालवेयर से सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। इसके प्रभावित होते ही कंप्यूटर की सभी फाइल लॉक हो जा रही हैं। इसकी पहचान सबसे पहले अमेरिकी खुफिया विभाग ने की।
राष्ट्रीय सिक्योरिटी एजेंसी (एनएसए) ने माइक्रोसॉफ्ट को तीन महीने पहले इस बारे में सतर्क किया था। माइक्रोसॉफ्ट ने स्थिति से निपटने के लिए एक उन्नत संस्करण जारी किया लेकिन कई उपयोगकर्ताओं ने इसे अबतक डाउनलोड नहीं किया। रिपोर्ट के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट के अध्यक्ष तथा मुख्य विधि अधिकारी ब्राड स्मिथ ने कल ब्लाग पर लिखा कि दुनिभर की सरकारों के लिए यह चेतावनी है और उन्हें इसको लेकर सतर्क हो जाना चाहिए।
भारत में भी रैनसमवेयर का अटैक हुआ है. रविवार को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और आगरा में इस तरह के दो हमले होने की खबर है. भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सीईआरटी-इन) ने इस सिलसिले में रेड अलर्ट जारी किया है. यह हैकिंग से बचाव और भारतीय इंटरनेट डोमेन की साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली नोडल एजेंसी है. रैनसमवेयर एक ऐसा मालवेयर है जो कंप्यूटर सिस्टम की फाइलों को लॉक कर देता है और एक निश्चित राशि के भुगतान के बगैर उन्हें अनलॉक नहीं होने देता.