- दुर्गापुर के सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के चीफ साइंटिस्ट सिबनाथ मैती के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की टीम ने एक 'सोलर पॉवर ट्री' विकसित किया है जो कि पांच घरों में बिजली देता है। मात्र चार वर्ग फुट के स्पेस में बना यह पेड़ इतनी पर्याप्त सोलर ऊर्जा देता है बिजली पैदा होती है।
- माना जा रहा है कि इस 'सोलर ट्री' में भारत में ऊर्जा संकट की समस्या को हल करने की क्षमता है।
- 'सोलर ट्री' डिजाइन करने वाले सिबनाथ ने बताया ' हर पेड़ को चार वर्ग फुट से ज्यादा क्षेत्र की आवश्यकता नहीं है जो कि एक सामान्य ऑफिस में डेस्क स्पेस का भी आधा है लेकिन यह 3-5 किलोवॉट बिजली उत्पन्न पैदा कर सकता है।'
-दुर्गापुर के नगर निगम के अधिकारियों ने उनसे 10 सोलर पॉवर ट्रीज उपलब्ध कराने को कहा है, वहीं बंगाल में एक थर्मल पॉवर प्लांट ने 120 सोलर पॉवर ट्रीज के इंस्टॉलेशन की गुजारिश की है। प्रत्येक पेड़ की उम्र 25 साल है।
- हाल ही में मुंबई का एक कपल एक प्रोडक्ट 'उल्टा छाता' लेकर आया था जो कि सौर ऊर्जा से वार्षिक रूप से एक लाख लीटर बारिश का पानी पैदा करता है।
स्वदेशी उत्पादों जैसे 'उल्टा छाता' और 'सोलर ट्री' के साथ लगता है कि देशभर के वैज्ञानिक और उद्यमी भारत में ऊर्जा संकट को सुलझाने में लगे हैं।