दो अलग-अलग टाइम जोन

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भारत के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का अंतर देखते हुए केंद्र सरकार ने देश को दो अलग-अलग टाइम जोन में बांटने पर विचार करने की बात कही है.

Argument in favour

मुख्य भूमि से अलग अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के बीच सूर्योदय और सूर्यास्त में लगभग दो घंटे का अंतर रहता है. अगर टाइम जोन को 30 मिनट आगे कर दिया जाए तो 2.7 अरब यूनिट बिजली की बचत की जा सकती है क्योंकि कार्यालय अंधेरा बढ़ने से पहले बंद होने लगेंगे.

What is time zone

  • टाइम जोन का मतलब भारत के मानक समय की गणना से है, जिसका निर्धारण 82.5 डिग्री पूर्वी देशांतर से किया जाता है.
  •  यह रेखा उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद से गुजरती है. बीजद सांसद ने इसे 90 डिग्री पूर्वी देशांतर करने का सुझाव रखा है, जो असम और पश्चिम बंगाल की सीमा से गुजरेगी.
  • इससे समय में आधे घंटे का इजाफा हो जाएगा.

 

विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने 2003 में इस बात का अध्ययन कराया था कि दो टाइम जोन बनाने से बिजली की खपत पर क्या असर पड़ेगा. फिलहाल दुनिया में रूस में सबसे ज्यादा 11 और अमेरिका में नौ टाइम जोन हैं. वहीं, भौगोलिक विस्तार होने के बावजूद चीन और भारत एक-एक टाइम जोन का ही इस्तेमाल कर रहे हैं.

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