CPCB has come out with new scheme to connect Environment Protection with augmentation of Jobs.
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रलय के अधीन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने इस दिशा में अत्यंत ही महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है।
Background
वायु, जल व कचरा प्रदूषण न केवल दिल्ली-एनसीआर बल्कि देश भर में गंभीर समस्या बन गया है। दिन प्रति दिन समस्या विकराल होती जा रही है लेकिन गाइडलाइंस होने के बावजूद प्रशिक्षित पर्यावरण प्रहरी न होने से इस बाबत कुछ ठोस काम नहीं हो पा रहा।
बात चाहे औद्योगिक क्षेत्रों के ट्रीटमेंट प्लांटों (एसटीपी) के रखरखाव की हो या वायु प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों के संचालन और विभिन्न प्रकार के कचरे के निस्तारण की अमूमन यही बहाना बना दिया जाता है कि प्रशिक्षित स्टाफ नहीं है।
इसी स्थिति के मद्देनजर सीपीसीबी ने अब अपने स्तर पर युवाओं को उक्त तीनों क्षेत्रों में प्रशिक्षित करने की योजना बनाई है।
What is the plan
इसके तहत 10वीं या 12वीं पास 18 से 30 साल के युवाओं को तीन माह या 360 घंटे का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस योजना को धरातल पर लाने के लिए सीपीसीबी ने इच्छुक पर्यावरण शिक्षण संस्थानों और एजेंसियों से ऐसा अंशकालिक प्रशिक्षण देने के लिए 15 दिनों के भीतर कोर्स मोड्यूल / शेड्यूल, फै कल्टी, प्रशिक्षण केंद्रों तथा संस्थागत ढांचे की जानकारी मांगी है।
इसके बाद सीपीसीबी योजना का पूरा मसौदा तैयार कर वित्तीय मंजूरी के लिए पर्यावरण मंत्रलय को भेजेगा। मंत्रलय की हरी झंडी मिलते ही दिल्ली -एनसीआर एवं देश भर के आंचलिक कार्यालयों को पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण के इस प्रशिक्षण की योजना को प्रारंभ करने के निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।