यूरोपीयन यूनियन लगातार कुछ समय से मुश्किल दौर में है। खासतौर पर ब्रेग्जिट के बाद से इसको लगातार उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी तरफ जिस तरह से स्पेन टूट के कगार पर पहुंच गया है, उसके चलते ईयू को अभी काफी कुछ देखना बाकी है। दरअसल, पिछले काफी समय से कैटेलोनिया, स्पेन से अलग होने के लिए संघर्ष कर रहा है।
=>क्या कर सकता है स्पेन
यदि कैटेलोनिया के मनोनित राष्ट्राध्यक्ष स्वतंत्रता की घोषणा करते हैं तो मैड्रिड सरकार संविधान के अनुच्छेद 155 का उपयोग करते हुए कैटेलोनिया की सरकार को बर्खास्त कर वहां का शासन अपने हाथ में ले सकती है। लेकिन इससे वहां पर हिंसा भड़कने की आशंका बढ़ जाएगी।
=>कैटेलोनिया के लोगों की नाराजगी
कैटेलोनिया का आजादी के लिए संघर्ष करीब 11 वर्ष पहले उस वक्त शुरू हुआ था जब पूरे विश्व में मंदी का दौर था। उस वक्त यहां के लोगों में स्पेन को लेकर एक नाराजगी पनप रही थी कि स्पेन उनके संसाधनों का उपयोग कर रहा है और उनका फायदा कैटेलोनिया के लोगों को नहीं मिल रहा है। 2007 में आई वैश्विक मंदी के बाद यहां के लोगों में स्पेन को लेकर विरोध बढ़ता चला गया। 2010 में स्पेन और कैटेलोनिया के बीच समझौते की उम्मीद भी बनी, लेकिन यह वार्ता विफल हो गई। कैटेलोनिया की आजादी चाहने वालों के बीच ‘मैड्रिड नो रोबा’ का नारा खूब गूंजता सुनाई दे रहा है। इसका अर्थ है ‘मैड्रिड हमें लूट रहा है’।
=>स्पेन की समृद्धि में कैटेलोनिया की हिस्सेदारी
स्पेन की समृद्धि में 25 फीसद निर्यात, 21 प्रतिशत राजस्व और 20 फीसद आर्थिक स्रोत की कैटेलोनिया हिस्सेदार रहा है, जबकि उसकी जनसंख्या केवल 16 प्रतिशत है। यहां पर यह भी बात ध्यान में रखनी होगी कि स्पेन र्इयू के टॉप तीन देशों में शामिल है और यूरोप का चौथा सबसे बड़ा देश भी है। स्पेन का क्षेत्रफल जहां 195,365 वर्ग मील है, वहीं कैटेलोनिया का क्षेत्रफल करीब 32,108 वर्ग किमी में फैला है। इसकी राजधानी बर्सिलोना है जो पूर्व में ओलंपिक खेलों का आयोजन कर चुका है। कैटेलोनिया के पास हालांकि अपना राष्ट्रीय झंडा, संसद, पुलिस, प्रसारण संस्था, शिक्षा प्रणाली तो है, लेकिन राष्ट्र के दूसरे तत्व जैसे राष्ट्रीय बैंक, सेना, विमानन सेवा, टेलीफोन नेटवर्क, बिजली और गैस वितरण की अपनी व्यवस्था नहीं है।
=>कई क्षेत्रों के मुकाबले ज्यादा समृद्ध है कैटेलोनिया
गौरतलब है कि कैटेलोनिया अन्य स्पैनिश क्षेत्रों के मुकाबले अधिक समृद्ध है और स्पेन की जीडीपी में तकरीबन 19 फीसद और निर्यात में 25 फीसद का प्रतिनिधित्व करता है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2016 में स्पेन के साढ़े सात करोड़ पर्यटकों में से 1.8 करोड़ लोगों ने कैटेलोनिया जाना पसंद किया। तारागोना पूरे यूरोप में रासायनिक उद्योग का सबसे बड़ा केंद्र है, जबकि बार्सिलोना यूरोपीय संघ के बीस सबसे बड़े बंदरगाहों में से एक है। यह भी सही है कि कैटेलोनिया अपने क्षेत्र में खर्च से अधिक टैक्स का भुगतान करता है। 2014 के आंकड़ों पर यदि नजर डालेंगे तो पता चलता है कि कैटेलोनिया को खर्च के लिए जितना धन मिला, उसने उससे 76,000 करोड़ रुपये से ज्यादा स्पेन को कर के रूप में चुकाया है।
=>हजारों करोड़ का कर्ज सबसे बड़ी चिंता
कैटेलोनिया में जो आजादी की मांग उठ रही है उस पर स्पेन की सरकार का कहना है कि यदि वह अलग हो जाता है तो उसकी अर्थव्यवस्था में 25 प्रतिशत की गिरावट आएगी। वहीं कैटलोनिया के लिए कर्ज का भुगतान एक बड़ी समस्या है। माजूदा समय में वहां की सरकार पर 5,85,200 करोड़ रुपये या कैटेलोनिया की जीडीपी का 35.4 फीसद का कर्ज है। इनमें से 3,95,200 करोड़ रुपये स्पेन की सरकार का हिस्सा है। 2012 में स्पेन की सरकार ने उन क्षेत्रों को नकद देने के मकसद से एक खास कोष की स्थापना की, जो वित्तीय संकट के बाद वैश्विक बाजारों से कर्ज लेने में असमर्थ थे।
=>आजाद होने पर क्या पड़ेगा फर्क
कैटेलोनिया को लेकर एक बड़ा सवाल यह भी है कि क्या आजादी के बाद वह यूरोपीय संघ का हिस्सा बना रहेगा। यहां पर यह बात ध्यान में रखनी होगी कि कैटेलोनिया के विदेशी निर्यात का दो तिहाई हिस्सा यूरोपीय संघ में जाता है। उसके लिए एक बड़ी समस्या यह भी होगी कि यदि यह स्पेन से अलग हो जाता है तो इसे यूरोपीय संघ का सदस्य बनने के लिए दोबारा आवेदन करना होगा। इसके लिए उसे स्पेन समेत समूचे ईयू के सदस्यों की सहमति लेनी होगी।
=>आजाद देश की सूरत में कैटेलोनिया की समस्या
स्वतंत्रता की घोषणा से वहां के निवासियों के पास न स्पेन की और ही यूरोपीय नागरिकता रहेगी और न ही शेनगन वीजा। स्वतंत्र कैटेलोनिया को न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा खुद करनी पड़ेगी, बल्कि कई दूसरे अंतरराष्ट्रीय संगठनों में शामिल होने के लिए नए सिरे से आवेदन करना होगा। संसाधनों से लैस होते हुए भी कैटेलोनिया से कई बड़ी कंपनियों का पलायन शुरू हो गया है।