स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के दो प्रमुख लक्ष्य हैं – पहला सभी 4041 कस्बों और शहरों को खुले में शौच से मुक्ति करना ठोस अपशिष्ट का वैज्ञानिक प्रबंधन। ठोस कचरे के वैज्ञानिक प्रबंधन को प्रोत्साहित करने तथा शहरों को स्वच्छता के बारे में सजग बनाने के लिए आवास और शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्टार रेटिंग प्रणाली की शुरूआत 20 जनवरी, 2018 को की गई थी।
स्टार रेटिंग प्रणाली कड़े मानकों और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए किये जाने वाले प्रयासों (स्मार्ट) पर आधारित है। यह भारत के शहरों में साफ-सफाई का आकलन करने के लिए अपने किस्म की सबसे प्रभावी प्रणाली है। 12 कड़े मानकों पर आधारित यह प्रणाली शहरों के बीच टिकाऊ और स्वच्छता के उच्च मानदंडों को हासिल करने के लिए एक स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देगी। आज आयोजित कार्यशाला कचरा मुक्त भारत की दिशा में किये जा रहे प्रयासों के तहत जून 2018 तक देश के सभी राज्यों में आयोजित की जाने वाली 17 कार्यशालाओं में से पहली थी।
कचरा मुक्त शहरों की स्टार रेटिंग – स्टार रेटिंग प्रणाली के मानक
यह 12 मानकों पर आधारित एकल मैट्रिक रेटिंग प्रणाली है
- घर घर जाकर कचरे का संग्रहण
- स्रोत पृथक्करण
- सार्वजनिक व्यावसायिक और रिहायशी इलाकों में सफाई
- कचरा डालने के लिए कूडेदानों और कचरा उठाने के लिए सुविधाओं की व्यवस्था।
- बडी मात्रा में कचरा निकालने वालों के लिए नियम
- कचरे का वैज्ञानिक प्रसंस्करण, वैज्ञानिक भूमि भराव, निर्माण और विध्वंस प्रबंधन
- कचरा फैलाने पर जुर्माना तथा प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक को लागू करना।
- जन शिकायत निवारण तथा फीड बैक प्रणाली।
- खराब तरीके से कचरे की डंपिंग से मुक्ति
- बडे नालों और जल स्रोतों की सफाई
- कचरे में कमी लाना
- शहरों का सौन्दर्यीकरण
स्मार्ट अवधारणा पर आधारित 7 स्टार रेटिंग प्रणाली की मुख्य विशेषताएं
एकल मैट्रिक आधारित प्रणाली – प्लास्टिक कचरे, ठोस कचरे के साथ ही नालों और जल स्रोतों में बहाये जाने वाले अपशिष्टों के आधार पर रेटिंग
- प्रत्येक मानक इस आधार पर तय किये गये हैं ताकि शहरों द्वारा साफ सफाई के लक्ष्य को हासिल करना व्यवहारिक रूप से आसान हो सके।.
- मानकों के अनुपालन के लिए कडी शर्तें रखी गई हैं और इनकी समीक्षा भी सख्त तरीके से करने की व्यवस्था है।
- मानक इस आधार पर तय किये गये हैं ताकि इनका अनुपालन लक्ष्यों की प्राप्ति को आसान बना सके।
स्टार रेटिंग प्रणाली का महत्व
- यह प्रणाली इस तरह डिजाइन की गई है जिससे शहर धीरे धीरे 7 स्टार वाले मॉडल शहर के रूप में विकसित हो सकें और उनमें साफ सफाई की पूरी व्यवस्था हो।