- कमान एरिया विकास कार्यक्रम (Command area development programme) भारत सरकार द्वारा 1974-75 में लांच किया गया था।
- इसे नया ढांचा दिया गया और 2004 में इसका नाम कमान एरिया विकास तथा जल प्रबंधन (सीएडीडब्ल्यूएम) कार्यक्रम रखा गया।
- 12वीं योजना से यह कार्यक्रम त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम Accelerated irrigat benefit) के साथ-साथ लागू किया जा रहा है।
- हर खेत को पानी के घटक के रूप में यह प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) के अंतर्गत लागू किया जा रहा है।
- जुलाई 2016 से आगे सीएडीडब्ल्यूएम के क्रियान्वयन का फोकस नाबार्ड के धन पोषण से 99 प्राथमिकता वाली सिंचाई परियोजनाओं को मिशन मोड में पूरा करने पर है। पीएमकेएसवाई के दो प्रमुख उद्देश्य हैं – हर खेत को पानी और अधिक फसल प्रति बूंद।
- इन उद्देश्यों को हासिल करने के लिए कमान एरिया विकास कार्यक्रम को लागू करना सर्वाधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। जलाशयों में और नहरों में पानी उपलब्ध हो सकता है, लेकिन पानी को खेत तक पहुंचना है तथा किसानों द्वारा कारगर तरीके से सीमित जल का उपयोग करने की आवश्यकता है।
यह सीएडीडब्ल्यूएम के संरचना और गैर-संरचना दोनों घटकों को सफलतापूर्वक लागू करके और सतत संचालन और प्रबंधन के लिए जल उपयोगकर्ता संघों द्वारा प्रणाली को अपने हाथ में लेने से ही संभव है।