भारत में सौर ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी बनने की विशाल संभावना : उपराष्ट्रपति के भाषण से कुछ अंश

    भारतीय बिजली उपकरण उद्योग सृजन, पारेषण, वितरण एवं संबद्ध उपकरण से निर्मित्त है और यह उद्योग 5 लाख व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार, अन्य 10 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार एवं पूरी मूल्य श्रृंखला में 50 लाख से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध कराता है।
    यह उद्योग आयातों की वजह से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रहा है और घरेलू उद्योग के लिए समान अवसरों की मांग कर रहा है
    बिजली प्राप्त करने की सुगमता के विश्व बैंक के सूचकांक में भारत का स्थान सुधर कर 99 से 26 पर आ गया है।  दिसंबर 2017 तक बिजली की सुविधा से विहीन 18,452 गांवों में से केवल 1370 गांव ही बिजली की सुविधा से वंचित रह गए हैं।
    ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन हमारे जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रभावित कर रहे हैं और किसी भी नई नीति में पर्यावरण की सुरक्षा और सतत विकास सुनिश्चित करने की नितांत आवश्यकता है।

 

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