आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
- चिकित्सक अब हृदय संबंधी रोगों से लेकर कैंसर का सटीक इलाज कर पाएंगे। यह सब संभव हो सकेगा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक से।
- डॉक्टर फिलहाल हृदय संबंधी रोगों का पता लगाने के लिए दिल के धड़कनों(हार्टबीट) की जांच करते हैं। इसमें पांच में से एक मामले में अनुभवी डॉक्टर भी बीमारी का पता लगाने में चूक जाते हैं। कई बार मरीज को स्वस्थ बता घर भेज दिया जाता है या फिर अनावश्यक रूप से सर्जरी की सलाह दे दी जाती है।
- वैज्ञानिकों ने ऐसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक को विकसित किया है जो हृदय रोग का जल्द और सटीक रूप से पता लगाने में सक्षम है। एआइ तकनीक स्कैन में दिख रहे उन छोटी जानकारियों का भी पता लगा लेगी जिसे डॉक्टर नहीं देख पाते हैं। जांच के बात सिस्टम यह भी बताएगा कि मरीज को हृदयाघात का खतरा है या नहीं।
- फेफड़े के कैंसर का पता लगाने के लिए भी एआइ सिस्टम विकसित किया गया है। यह कोशिकाओं के समूह नॉड्यूल्स (गांठ) की जांच करता है। फिर बताता है कि गांठ आगे चलकर कैंसर का रूप लेंगे या नहीं।