चीन ने लैब में बनाई जानवर की नई प्रजाति
दुनिया में पहली बार शोधकर्ताओं को चीन की प्रयोगशाला में सूअर-बंदर हाइब्रिड (द्विजाति) पैदा करने में कामयाबी मिली है। यह दावा मीडिया रिपोर्ट में किया गया है।
द मिरर की रिपोर्ट में बताया गया है कि सूअर के दो बच्चों के दिल, जिगर और त्वचा में बंदर के ऊतक (टिश्यू) हैं। वे स्टेम सेल और प्रजनन जीव विज्ञान की स्टेट प्रयोगशाला में पैदा हुए थे, लेकिन एक हफ्ते के भीतर ही मर गए। इसकी घोषणा तांग हाई ने की।
यह प्रयोग स्पेनिश वैज्ञानिक जुआन कालोर्स इजिपिसुआ बेलमोंटे के दो साल पहले सूअर-मानव हाइब्रिड बनाने के प्रयास के मद्देनजर हुआ है।
ऐसे मिली सफलता: द न्यू साइंटिस्ट पत्रिका की रिपोर्ट में बताया गया कि तांग और उनकी टीम ने आनुवंशिक रूप से संशोधित बंदर की कोशिकाओं को 4000 से अधिक सूअर भ्रूणों के अंदर डाला गया। इस प्रकार पैदा हुए 10 सूअर के बच्चों में से केवल दो हाइब्रिड थे। इनके दिल, यकृत, फेफड़े और त्वचा के ऊतक आंशिक रूप से बंदर की कोशिकाओं से मिलकर बने थे।
2017 में भी हुआ था प्रयोग
जनवरी, 2017 में सैन डिएगो के सल्क इंस्टीट्यूट में मानव-सुअर हाइब्रिड भ्रूण बनाया गया था,पर 28 दिन बाद उसकी मौत हो गई।