चीन ने दुनिया का पहला सोलर हाईवे बनाया है। एक किलोमीटर लंबा ये हाईवे बिजली बनाएगा, सर्दियों के मौसम में जमी बर्फ को पिघलाएगा। इसके अलावा आने वाले वक्त में ये हाईवे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज भी करेगा। ईस्टर्न चाइना में शेनडॉन्ग प्रॉविंस की राजधानी जिनान में बने इस हाईवे का टेस्ट सेक्शन ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है।
खासियत
- सोलर हाईवे तीन लेयर में बनाया गया है। इसमें ट्रैंसलूसंट कॉन्क्रीट, सििलकॉन पैनल्स और इंसुलेशन की लेयर्स हैं।
- हाईवे के जरिए एक साल में 10 मिलियन यानी 1 करोड़ किलोवॉट बिजली पैदा की जा सकेगी।
- सर्दियों के मौसम में ये जमी हुई बर्फ को पिघलाने के लिए स्नो मेल्टिंग सिस्टम और सोलर स्ट्रीट लाइट्स को भी इलेक्ट्रिसिटी देगा।
- चीन की योजना है कि भविष्य में इस हाईवे के जरिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज किया जाए। इसके लिए हाईवे से पैदा होने वाली बिजली को चार्जिंग स्टेशन को सप्लाई किया जाएगा।
- इसकी लागत पर स्क्वायर मीटर 458 डॉलर यानी करीब 30 हजार रुपए है। जो की सामान्य हाईवे से काफी ज्यादा है।
सोलर हाईवे पर फ्रांस, हॉलैंड जैसे देश काम कर रहे हैं। फिलहाल, फ्रांस के एक गांव में सोलर पैनल रोड बनाई गई है। फ्रांस का दावा है कि ये अपनी तरह की पहली सोलर पैनल रोड है और ये 2016 में बनाई गई। 2014 में नीदरलैंड ने एक बाइक पाथ बनाया था, जिसमें सोलर पैनल्स लगे थे।