जीसैट-6ए के प्रक्षेपण में Geosynchronous सैटेलाइट लांच व्हीकल (जीएसएलवी-एफ 08) का इस्तेमाल किया गया. 49.1 मीटर लंबे इस रॉकेट का वजन 415.6 टन था. इसे जीसैट-6ए को उसकी कक्षा में स्थापित करने में 17 मिनट का समय लगा. जीएसएलवी-एफ 08 की यह 12वीं उड़ान थी. हालांकि, इस बार इसरो ने इसमें उच्च क्षमता का इंजन लगाया था और इलेक्ट्रोमकैनिकल एक्चुएशन सिस्टम की जगह इलेक्ट्रो-हाइड्रोलिक एक्चुएशन सिस्टम का उपयोग किया था.
- इसरो के मुताबिक संचार उपग्रह जीसैट-6ए को 2015 में प्रक्षेपित संचार उपग्रह जीसैट-6 की मदद करने के लिए छोड़ा गया है.
2.000 किलोग्राम वजनी जीसैट-6ए की आयु 10 साल है. उच्च क्षमता का एस-बैंड संचार उपग्रह होने के नाते इसे उपग्रह आधारित मोबाइल संचार में उपयोगी माना जा रहा है