सीधा सूर्य के वातावरण में प्रवेश करेगा। इसकी कुल दूरी चार मिलियन मील के करीब है। स्पेसक्राफ्ट की गति करीब 430,000 मील प्रति घंटे होगी। यदि इस स्पीड से चलें तो वा¨शगटन से टोक्यो पहुंचने में मात्र एक मिनट का समय लगेगा।
इस मिशन का उद्देश्य यह जानना है कि ऊर्जा और गर्मी किस प्रकार सूर्य के चारों ओर अपना घेरा बनाकर रखने में कामयाब होती है।
इससे corono का अध्ययन किया जाएगा