केंद्र सरकार द्वारा कैशलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक नई तकनीक तैयार की गई है। इसके माध्याम से अब लोग बिना किसी मुश्किल के पैसों का लेनदेन डिजिटल माध्यम से कर पाएंगे।
- यह देशभर में रिटेल मर्चेंट्स प्वाइंट्स पर डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने की सरकार की मुहिम का दूसरा अहम हिस्सा है।
- इससे पूर्व सरकार ने भीम ऐप के जरिए यूपीआई मोड को शुरू किया था। जिसे देश के सभी बैंक ग्राहक तेजी से अपना रहे हैं।
=>भुगतान क्षेत्र में नवोन्मेषण :-
- इतना ही नहीं यह एक ऐसा माध्यम है जिसके आधार पर आपको अपना वॉलेट संभालने के बोझ से भी छुटकारा मिल जाएगा।
- सरकार की तरफ से पेश किया गया इंडिया क्यूआर मोड 20 फरवरी से शुरु
- इंडिया क्यूआर एक कॉमन क्यूआर कोड है, जिसे सभी अहम कार्ड पेमेंट कंपनियों ने मिलकर तैयार किया है।
=>क्या है क्यूआर कोड :-
QR कोड मशीन से पढ़ा जाने वाला कोड है, जो काले सफेद खानों से मिलकर बनता है। इसका इस्तेमाल मजबूत वेबसाइट लिंकों या अन्य सूचनाओं को स्मार्टफोन पर कैमरे से पढ़ने के लिए होता है। इंडिया क्यूआर को मास्टरकार्ड इंक, वीजा इंक और रुपे ने मिलकर तैयार किया है। इसे मुंबई में औपचारिक रूप से शुरू किया जाएगा। इंडिया क्यूआर किसी भी ग्राहक को अपने स्मार्टफोन के इस्तेमाल से रीटेल पेमेंट की इजाजत देता है, जिनके पास डेबिट कार्ड है।