भारत के बैंकिंग क्षेत्र का और विस्तार करने की दिशा में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 11 उपक्रमों व व्यक्तियों को प्रस्तावित पेमेण्ट्स बैंक (भुगतान बैंक) स्थापित करने की मंजूरी प्रदान की।
पेमेंट बैंक के मुख्य कार्य और विशेषताएं
१. ये बैंक आम जनता की सामान्य बैंकिंग जरूरत की सेवाएं दे सकेंगे। लेकिन वे कर्ज नहीं दे सकेंगे।
२. भारत में बैंकों की नई प्रस्तावित श्रेणी पेमेण्ट्स बैंक का मुख्य काम भुगतान सेवाएं उपलब्ध कराना होगा।
३. इसके साथ ही ये बैंक अधिकतम 1 लाख रुपए तक के डिपाज़िट ले सकेंगे परंतु इन्हें ऋण प्रदान करने की अनुमति नहीं होगी।
४. ये जमा धन को सिर्फ सरकारी प्रतिभूतियों (Govt. securities) और बैंक में जमा कर सकेंगे।
५. इसके अलावा पेमेण्ट्स बैंकों को डेबिट कार्ड व इंटरनेट बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराने की छूट होगी लेकिन क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकेंगे।
६. साथ ही ये दूसरी वित्तीय कंपनियों के उत्पादों की बिक्री भी कर सकेंगे।
७. वैसे कारोबार के लिहाज से ये संपूर्ण बैंक तो नहीं होंगे लेकिन ये आम जनता की सामान्य बैंकिंग जरूरत से जुड़ी तमाम सेवाएं ये बैंक दे सकेंगे।
- इन बैंकों के लिए प्राप्त आवेदनों की छंटाई का काम आरबीआई के केन्द्रीय बोर्ड (Central Board of the RBI) के निदेशक डॉ. नचिकेत मोर (Dr. Nachiket Mor) की अध्यक्षता में गठित समिति ने किया था।
=>पेमेण्ट्स बैंक के लिए RBI की मंजूरी प्राप्त करने वाले इन 11 उपक्रमों व व्यक्तियों में शामिल हैं –
1) आदित्य बिड़ला नूवो , 2) एयरटेल एम कॉमर्स सर्विसेज , 3) चोलमण्डलम डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज़ 4) डाक विभाग (इण्डिया पोस्ट), 5) फिनो पेटेक 6) नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉज़िटरी लिमिटेड 7) रिलायंस इण्डस्ट्रीज़ 8) टेक महिन्द्रा 9) वोडाफोन एम पेसा (सभी उपक्रम) और
10). दिलीप सांघवी (सन फार्मा) 11). विजय एस. शर्मा पेटीएम (Paytm) से है।