आरबीआई ने वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी द्विमासिक समीक्षा में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वांइट की कटौती की है।
-इसके पूर्व रेपो रेट 6.50 फीसद था अब ये घटकर 6.25 फीसद हो गया है।
- रेपो रेट पिछले 6 साल के निचले स्तर पर आ गया है। यानि कि 6 साल पहले रेपो रेट 6.25 फीसद था। उम्मीद की जा रही है कि ब्याज दरों में कटौती होगी। और अब लोगों को सस्ते दर पर कर्ज मिल सकेगा।
- 6 सदस्यों वाली मौद्रिक नीति समिति ने बहुमत से रेपो रेट कम करने का समर्थन किया।द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा में मार्च 2017 तक खुदरा मुद्रास्फीति दर 5 फीसद रहने की उम्मीद जताई गई है।
- हाल में गठित रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति(एमपीसी) ने आज अपनी पहली मौद्रिक नीति की समीक्षा की। यह वित्तीय वर्ष 2016-17 की चौथी द्विमासिक समीक्षा है।
- खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में पांच महीने के निम्न स्तर 5.05 प्रतिशत पर आ गयी लेकिन थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर दो साल के उच्च स्तर 3.74 प्रतिशत रही।