प्रोटीन आइएल-33 : लाइलाज अल्जाइमर के उपचार की दिशा में क़दम

लाइलाज अल्जाइमर के उपचार की दिशा  ब्रिटेन और हांगकांग के शोधकर्ताओं ने एक विशेष तरह का प्रोटीन आइएल-33  की खोज की है जो अल्जाइमर  प्रभाव को पूरी तरह से कम करने में सक्षम है। 

क्या है अल्जाइमर

अल्जाइमर, दिमागी बीमारी है। इससे एक आम इंसान की मानसिक क्षमता में गिरावट आ जाती है| ल्जाइमर बीमारी, दिमाग में एमलौइड नामक प्रोटीन के इक्ट्ठा होने से होती है। यह बीमारी बढ़ती उम्र में होती है। 

क्यों होती है यह

अल्जाइमर की स्थिति में मस्तिष्क में परत बन जाती है। ऐसे में नर्व सेल्स के बीच संपर्क बाधित हो जाता है। इसके चलते नर्व सेल्स मरने लगते हैं। ब्रेन टिश्यू भी लगातर कम होने लगता है। 

कैसे सहायक है आइएल-33

यह  मस्तिष्क में मौजूद इम्यून सेल्स को इकट्ठा कर एमीलॉयड की परत को धीरे-धीरे खत्म करने लगता है। ऐसा आइएल-33 द्वारा नेप्रीलायसिन नामक एंजाइम के स्राव के कारण होता है। यह एमीलॉयड को नष्ट करने में सक्षम है। सेंट्रल नर्वस सिस्टम आइएल-33 को बड़ी मात्र में उत्पादित करता है। शरीर में इस प्रोटीन का स्तर बढ़ाकर अल्जाइमर से निपटा जा सकता है।

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