- कृत्रिम प्रोटीन से हो सकेगा कैंसर का इलाज
- ग्लासगो यूनिवर्सिटी और सुकुबा इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में टीपीएक्स 2 नाम की कृत्रिम प्रोटीन तैयार करके उसे कैंसर पीड़ित व्यक्ति में ट्रांसप्लांट किया तो उसके काफी सकारात्मक परिणाम सामने आए।
- इस कृत्रिम प्रोटीन को प्राकृतिक प्रोटीन के संपर्क में रखकर तैयार किया गया। इसके बाद इसे कैंसर इलाज की अरोरा ए तकनीकी के साथ मिलाकर पीड़ित व्यक्ति पर प्रयोग किया गया।
- यह प्रोटीन कैंसर इलाज में जैविक दवा जैसा काम करेगी। इस कृत्रिम प्रोटीन के इस्तेमाल से जो सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं उससे लगता है कि कुछ वर्षो के बाद इसे चिकित्सा प्रणाली में शामिल किया जा सकेगा और यह क्रांतिकारी बदलाव की वाहक बनेगी