जम्मू और तिरूपति जैसे स्थानों पर छह नए आईआईटी की स्थापना की जाएगी। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस संबंध में मंजूरी दे दी है।
- राष्ट्रपति ने ‘प्रौद्योगिकी संस्थान (संशोधन) अधिनियम, 2016’ को मंजूरी दे दी। इस अधिनियम के तहत पलक्कड (केरल), गोवा, धारवाड़ (कर्नाटक) और भिलाई में भी आईआईटी शुरू किए जाएंगे।
- इस कानून के दायरे में इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स (आईएसएम), धनबाद भी आया है। आईएसएम को अब इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलोजी (आईएसएम), धनबाद के नाम से जाना जाएगा।
- इसमें नए और पुराने दोनों नामों का समावेश किया गया है। अधिनियम के अनुसार ये तमाम संस्थान राष्ट्रीय महत्व के संस्थान होंगे।
- लोकसभा ने गत 25 जुलाई को ‘प्रौद्योगिकी संस्थान (संशोधन) विधेयक, 2016’ पारित किया था। दो अगस्त को इसे राज्यसभा की मंजूरी मिल गई। राष्ट्रपति ने आंध्रप्रदेश में एक एनआईटी की स्थापना के लिए कानून को मंजूरी दे दी।
- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान (संशोधन) अधिनियम, 2016 के तहत यह संस्थान राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में काम करेगा।