★अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने अपनी सलाना रिपोर्ट में चीन की सैन्य तैयारियों के बारे में कई अहम खुलासे किए हैं। इससे एक बात साफ हो गई है कि वह अमेरिका और भारत दोनों के सामने कड़ी चुनौती पेश कर रहा है।
★ रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन दुनिया भर में अपनी सैन्य क्षमता का विस्तार कर रहा है। यूएस डिफेंस डिपार्टमेंट ने 'चाइना मिलिट्री एक्टिविटीज इन 2015' नाम की वार्षिक रिपोर्ट कांग्रेस में पेश की है।
1-पेंटागन का दावा है कि चीन भारतीय सीमा के पास सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है।
2-चीनी सेना की मौजूदगी पाकिस्तान में भी लगातार बढ़ रही है, जो कि भारत के लिए चिंता का सबब है।
3-रिपोर्ट में कहा गया है, ''बहुत संभव है कि चीन उन देशों में अतिरिक्त नौसैनिक साजो-सामान केंद्र स्थापित करना चाहेगा, जिसके साथ उसके दीर्घकालीन रिश्ते और समान सामरिक हित हैं जैसे पाकिस्तान।''
4-पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय सीमा के निकट चीनी सैन्य निर्माण पर भी चिंता जताई है।
5-पेंटागन ने यह भी खुलासा किया है कि अमेरिका, रूस और भारत की रक्षा क्षमताएं उन प्रमुख कारणों में से एक हैं, जो चीन को उसकी परमाणु ताकत और हमला बोलने की रणनीतिक क्षमताओं के आधुनिकीकरण के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
6-यूएस कांग्रेस को सौंपी गई चीन की परमाणु क्षमता से जुड़ी एक रिपोर्ट में पेंटागन ने कहा कि चीन क्षेत्र की विभिन्न ईकाइयों में नियंत्रण सुधारने के लिए अपनी परमाणु ताकतों के नियंत्रण और संचार क्षमताओं को तैनात कर रहा है।
7-पेंटागन की रिपोर्ट कहती है कि चीन ने साउथ चाइना सी में 3200 एकड़ जमीन पर फिर से कब्जा कर लिया है।
8-साउथ चाइना सी में चीन जो कृत्रिम द्वीप बनाए हैं, उन पर उसने 9,800 फीट लंबे रन-वे तैयार कर लिए हैं।
9-ईस्ट एशिया के डिप्टी असिस्टेंट सेक्रेटरी अब्राहम डेनमार्क ने बताया, "चीन लगातार सैन्य शक्ति में इजाफा कर रहा है।
10-चीन ने अप्रैल 2016 में पहली बार साउथ चाइना सी के विवादित द्वीप पर मिलिट्री एयरक्राफ्ट की लैंडिंग कराई थी।
11-चीन साउथ चाइना सी में 12 नॉटिकल माइल इलाके पर हक जताता है। इसी जलक्षेत्र के बीच चीन कृत्रिम द्वीप बना लिए हैं।
12-चीन के अलावा दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देश (ताइवान, फिलीपींस, वियतनाम और मलेशिया) भी इस इलाके पर अपना दावा जताते हैं।
13- साउथ चाइना सी के बारे में कहा जाता है कि यहां तेल और गैस के बड़े भंडार हैं। अमेरिका के मुताबिक, इस इलाके में 213 अरब बैरल तेल और 900 ट्रिलियन क्यूबिक फीट नेचुरल गैस का भंडार है।