- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मैल्कम टर्नबुल की बैठक के बाद दोनों देशों ने आतंकवाद से निपटने में सहयोग को बढ़ावा देने वाले एक करार समेत छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
- दोनों नेताओं ने पारस्परिक हितों और चिंताओं के विभिन्न द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर व्यापक चर्चा की।
- व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते पर अगले दौर की चर्चा के जल्द आयोजन समेत कई दूरदर्शी फैसले किए
- टर्नबुल वर्ष 2015 में पदभार ग्रहण करने के बाद अपनी पहली भारत यात्रा पर पहुंचे।
- भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता, आतंकवाद और साइबर सुरक्षा जैसी चुनौतियों के लिए वैश्विक रणनीति और समाधान की जरूरत है।
दोनों पक्षों ने आतंकवाद से निपटने को लेकर सहयोग को बढ़ावा देने वाले करार को अंतिम रूप दिया। यह करार गृह मंत्रालय और ऑस्ट्रेलियाई गृह मंत्रालय के बीच हुआ।
- ऑस्ट्रेलिया भारत को यूरेनियम के निर्यात के लिए तैयार है. टर्नबुल ने कहा कि उनकी सरकार भारत को जल्द- से- जल्द यूरेनियम के निर्यात को लेकर आशान्वित है।
- दोनों देश प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) को नए सिरे से आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
- आस्ट्रेलिया का भारत के साथ द्विपक्षीय कारोबार पिछले एक दशक में दोगुना बढ़कर 20 अरब डॉलर हो गया है, लेकिन यह जितना होना चाहिए उसका अंशमात्र है।