छत्तीसगढ़ की 105 वर्षीय कुंवर बाई स्वच्छ भारत मिशन का चेहरा बनेंगी। कुंवर बाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'स्वच्छ भारत अभियान' का मैस्कॉट चुना है।
- बता दें कि कुंवर बाई ने अपने घर में शौचालय बनाने के लिए अपनी बकरियों को बेच दिया था। उन्होंने अपने गांव को खुले में शौच से मुक्त बनाने की कोशिश की है।
- कुंवर बाई ने स्वच्छ भारत अभियान के लिए एक मिसाल पेश की है, इसलिए उन्हें उस उम्र में देश की एक सबसे बड़ी योजना का चेहरा चुना गया है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें अपने जन्मदिन के दिन यानी 17 सितंबर 2016 को सम्मानित भी करेंगे। वह कार्यक्रम दिल्ली में होगा। उस कार्यक्रम का नाम 'स्वच्छता दिवस' रखा गया है। इस कार्यक्रम में कुंवर बाई 7 महीने में दूसरी बार सम्मानित होंगी। उन्हें यह सम्मान 17 सितंबर को स्वच्छ भारत दिवस पर नई दिल्ली में दिया जाएगा।
- प्रधानमंत्री मोदी बीते फरवरी में छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में श्याम प्रसाद मुखर्जी शहरी मिशन के शुभारंभ समारोह के दौरान उनसे मिले थे और उनके पैर भी छुए थे।
=> प्रसिध्दि का कारण :-
- धमतरी में जब लोगों से शौचालय बनाने की अपील की गई तो कुंवर बाई सबसे पहले इस काम में अपना सहयोग देने के लिए आगे आईं। बकरियां चराकर जीवन-यापन करने वाली कुंवर बाई ने बकरियां बेचकर 22 हजार रुपये में गांव में सबसे पहले शौचालय बनवाया।
- उन्होंने बाकायदा घर-घर जाकर लोगों को शौचालय बनाने के लिए प्रेरित किया और गांववालों को इसके फायदे समझाने में कामयाब भी हुईं। इस गांव के लोग अब खुले में शौच नहीं जाते हैं।