कोविड-19 महामारी के बीच आंध्र प्रदेश में एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी है. विशाखापट्टनम जिले में एक बहुराष्ट्रीय कंपनी के केमिकल प्लांट से गैस लीक हो गई जिसने सात लोगों की जान ले ली और कम से कम 200 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह हादसा एलजी पॉलिमर संयंत्र में हुआ है जो गोपालपट्नम इलाके में स्थित है. इस इलाके के लोगों ने आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, जी मचलाना और शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने की शिकायत की.
इस हादसे से 1984 के भोपाल गैस लीक त्रासदी की दर्दनाक यादें ताजा हो गई हैं. भोपाल में दो और तीन दिसंबर के बीच की रात में यूनियन कार्बाइड नाम की कंपनी के प्लांट से मिथाइल आइसो साइनेट नाम की गैस लीक हुई और रातों रात पूरे शहर में फैल गई. त्रासदी में मरने वालों की आधिकारिक संख्या 2,259 बताई जाती है पर दूसरे अनुमान यह संख्या कई हजारों में बताते हैं. इसके अलावा लोगों के स्वास्थ्य पर पीढ़ियों तक इस गैस लीक का असर रहा.