- सर्दियों में दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो जाने के तथ्य को ध्यान में रखते हुए राजधानी में बीएस- VIईंधन का उपयोग अप्रैल 2020 के बजाय अप्रैल 2018 से ही करने का निर्णय लिया।
- बीएस- VI ईंधन से वर्तमान बीएस- IV की तुलना में सल्फर का स्तर पांच गुना कम हो जाएगा यानी इसमें 80 प्रतिशत की कमी होगी, जिसकी बदौलत यह ईंधन अत्यंत स्वच्छ है। इससे सड़कों पर चलने वाले वर्तमान वाहनों, यहां तक कि पुराने वाहनों से होने वाला प्रदूषण भी काफी घट जाएगा। बीएस- VIईंधन सीएनजी जैसा स्वच्छ है और कुछ मायनों में तो यह सीएनजी से भी ज्यादा स्वच्छ है।
- इस तरह के उन्नत ईंधनों की उपलब्धता से पूर्ण लाभ उठाने के लिए वाहनों की प्रौद्योगिकी को बीएस- VI के अनुरूप करना होगा। अत: सड़कों पर चलने वाले वाहनों को यदि बीएस- VI के अनुरूप न किया गया, तो बीएस- VI ईंधन का उपयोग शुरू करने से केवल आंशिक लाभ ही हो पाएगा
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- बीएस- VI ईंधन का उपयोग शुरू करने के साथ ही भारत भी एशिया-प्रशांत राष्ट्रों यथा जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस और चीन की छोटी सूची में शामिल हो गया है।