Capacity building of Elected Women Representatives (EWRs) of Panchayats and a training program for Trainers of women panchayat leaders परियोजना भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तत्वावधान में कार्यरत एक स्वायत्त निकाय ‘राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी)’ द्वारा क्रियान्वित की जा रही है
Aim of the Scheme
- इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए यह परियोजना शुरू की थी कि प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित स्थानीय गवर्नेंस में ईडब्ल्यूआर की व्यापक मौजूदगी होने के बावजूद ईडब्ल्यूआर की भूमिका अप्रभावी रही है। इसके तहत सरकार के विभिन्न कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए ईडब्ल्यूआर के नेतृत्वकारी गुणों एवं प्रबंधन कौशल को बेहतर करते हुए ईडब्ल्यूआर का विकास ‘परिवर्तनकारी एजेंटों’ के रूप में करने पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए देश भर में आयोजित किए जा रहे सामान्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत महिला-पुरुष के समान प्रशिक्षण पर विस्तार से फोकस नहीं किया जाता है और इस तरह के कार्यक्रम जमीनी स्तर पर इन महिला प्रतिनिधियों के समक्ष उत्पन्न होने वाली विशिष्ट चुनौतियों को समाप्त करने के मामले में उनकी जरूरतों पर खरे नहीं उतरते हैं। देश भर में फिलहाल 14 लाख से भी अधिक ईडब्ल्यूआर हैं।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने महिला एवं बाल संरक्षण से जुड़े कानूनों, विकास योजनाओं एवं कार्यक्रमों (राज्य एवं केन्द्र), ईडब्ल्यूआर के लिए सूचना संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी), सहभागिता नियोजन एवं परिसंपत्ति सृजन, सार्वजनिक कार्यों की निगरानी और नेतृत्वकारी गुणों से संबंधित प्रशिक्षण मॉडयूल विकसित किए हैं। इन अग्रणी जमीनी प्रतिनिधियों के क्षमता निर्माण की इस लक्षित अवधारणा की परिकल्पना और भी अधिक अपेक्षित विकास परिणाम हासिल करने के उद्देश्य से की गई है। इससे पंचायतों की महिला सदस्यों एवं प्रमुखों को सशक्त बनाने में मदद मिलेगी, ताकि वे गांवों की गवर्नेंस और भी ज्यादा कारगर ढंग से कर सकें।