Background
दलहन उत्पादन को बढाने और कीमतों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में सरकार ने समिति गठित की थी जिसने अपनी रिपोर्ट हाल ही में सरकार को सौंपी है |
समिति के मुख्य सुझाव :
- MSP बढ़ाए :कमेटी के मुताबिक तुअर दाल का एमएसपी मौजूदा 52 रुपए प्रति किलो से बढ़ाकर 60 रुपए प्रति किलो किया जाना चाहिए। इसी तरह उड़द की दाल का एमएसपी 60 रुपए प्रति किलो और चना का एमएसपी 40 रुपए प्रति किलो किया जाना चाहिए। कमेटी का साफ कहना है कि अगर दाल की कीमतों का एमएसपी बढ़ाया जाता है तो इससे महंगाई नहीं बढ़ेगी।
- Procurement :कमेटी ने दालों की सरकारी खरीद की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सिफारिश की है। कमेटी का कहना है कि वित्त मंत्री, कृषि मंत्री, उपभोक्ता मामलों के मंत्री और प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सचिव की एक कमेटी बनाई जाए, जो इस पर लगातार नजर रखे। ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि दालों की खरीद जमीन पर भी हो रही है।
- दालों की सरकारी खरीद की साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार की जानी चाहिए। इसके अलावा 20 लाख टन दाल स्टोर करने की क्षमता भी तैयार की जानी चाहिए। कमेटी का ये भी मानना है कि किसानों को दलहन के उत्पादन पर दस से पंद्रह रुपए प्रति किलो की सब्सिडी दी जानी चाहिए। दालों के लिए फ्यूचर ट्रेडिंग पर लगे प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने की जरूरत है।
- दालों के आयात पर प्रतिबंध को पूरी तरह से खत्म करने की भी बात कही है। मुख्य आर्थिक सलाहकार ने इस बात को भी स्वीकार किया कि पिछले कुछ दिनों में दालों के होलसेल कीमतों में काफी कमी आई है, लेकिन खुदरा बाजार में उस अनुपात में कमी नहीं आ पाई। इस दिशा में सरकार को काम करने की जरूरत है।
- चूंकि आयात का विकल्प सीमित है, अत: हमें घरेलू उत्पादन को बढाने और उत्पादकता को बढाने की आवश्यकता है.
- समिति ने दालो पर रिसर्च का भी जोरदार समर्थन किया और GM technology को अपनाने की बात भी कही