लंदन में दुनिया के सबसे बड़े विमान फ्लाइंग बम ने पहली उड़ान भरी है।
क्या है इसकी खूबियाँ
- इसे कोई मामूली एयरक्राफ्ट मत समझिएगा. दुनिया का सबसे बड़ा एयरक्राफ्ट है ये. इसको फ्लाइंग बम नाम दिया गया है. लंदन के Cardington एयरफील्ड से इस फ्लाइंग बम ने कल परीक्षण के तौर पर अपनी पहली सफल उड़ान भरी.
- 92 मीटर लंबे, 44 मीटर चौड़े और 26 मीटर ऊंचे इस एयरक्राफ्ट के निर्माण में 25 मिलियन पौंड यानी करीब दो अरब रुपये का खर्च आया है. करीब 10 साल का वक्त इसे बनाने में लगा है. हीलियम गैस से उड़ने वाले इस एयरक्राफ्ट का कुछ हिस्सा विमान का है, कुछ शिप का, तो कुछ हेलिकॉप्टर का.
- दुनिया के इस सबसे बड़े एयरक्राफ्ट की कुछ और बड़ी खासियतें भी जान लीजिए. तीन हफ्ते तक ये हवा में रह सकता है. क्रू मेंबर्स समेत 48 यात्रियों को एक जगह से दूसरी जगह ले सकता है. 10 हजार टन सामान ढो सकता है. किसी पैसेंजर जेट के मुकाबले इसकी लंबाई करीब 15 मीटर ज्यादा है.
- 148 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने वाला ये एयरलैंडर आप में ये एक हेलिकॉप्टर भी है. क्योंकि इसे उड़ने और उतरने के लिए रनवे की जरूरत नहीं पड़ती. यही नहीं. इसे पानी पर भी उतारा जा सकता है. रिमोट से इसे कंट्रोल किया जा सकता है. ब्रिटेन की हाइब्रिड एयर व्हीकल्स कंपनी ने इसका डिजाइन तैयार किया है और दावा है कि ये एयरक्राफ्ट ना को शोर नहीं करता है और न प्रदूषण छोड़ता है.
- इस एयरक्राफ्ट को बनाने का आइडिया 2009 में अमेरिका की सेना को आया था.
- अमेरिका अपनी सेना के लिए अफगानिस्तान सामान पहुंचाने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहता था. लेकिन रक्षा बजट कम होने की वजह से 2012 में प्रोजेक्ट को बीच में ही रोक दिया गया. बाद में ब्रिटिश कंपनी एयरलैंडर ने इस आइडिए को कैश करा लिया और इस तरह ये एयरक्राफ्ट दुनिया के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट के रूप में अब सबके सामने है.