- किल्टन रडार की पकड़ में नहीं आएगा और यह दुश्मन की पनडुब्बी को मिनटों में तबाह कर देगा।
- प्रोजेक्ट-28 के तहत नौसेना ने कमोरटा श्रेणी के इस अत्याधुनिक पोत का डिजाइन तैयार किया, जबकि गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) इसका निर्माण किया।
- इसका निर्माण मेक इन इंडिया के तहत किया गया है।
- इस शिपयार्ड का नाम लक्ष्यद्वीप सामरिक द्वीप अमिनिदिवी ग्रुप के मिनिकॉय द्वीप समहू से लिया गया है।
- भविष्य में इस जहाज की क्षमता और विशेषताओं को बढ़ाने की बात पर भी जोर दिया जा रहा है, जिसमे आगे चलकर कम दूरी के एसएएम सिस्टम को फिट किया जा सकेगा। इस तकनीकी के बाद इस पर एएसडब्ल्यू हेलीकॉप्टर को भी उतारा जा सकेगा। बताया जा रहा है कि यह भारतीय जहाज की तकनीकी रुस के उस जहाज से ली गई है, जिसका इस्तेमाल 1971 के भारत-पाक लड़ाई के दौरान 'ऑपरेशन ट्राइडेंट' में किया गया था।