- भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में होने वाली सालाना संयुक्त कमांडर्स कांफ्रेंस में सशस्त्र बलों के लिए जनरल का एक नया पद सृजित जायेगा। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और रक्षा मंत्रालय की ओर से चीफ ऑफ स्टाफ समिति के स्थायी चेयरमैन का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
- यह पद सेना, नौसेना और वायु सेना के प्रमुख के बराबर होगा। रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो यह कदम देश में उच्च रक्षा प्रबंधन में सुधार की दिशा में अहम कदम साबित होगा।
- इसके तहत एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को सैनिकों के प्रशिक्षण, हथियार प्रणालियों और संयुक्त अभियान जैसी सेवाओं के मुद्दों से निपटने की संयुक्त जिम्मेदारी दी जाएगी। नए अधिकारी की नियुक्ति की प्रक्रिया प्रधानमंत्री द्वारा जारी दिशा निर्देशों पर निर्भर करेगी।
यदि यह प्रक्रिया समय पर शुरू कर दी जाती है तो संभवतः लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी सबसे प्रबल दावेदार हैं। हाल ही में पूर्वी कमान के सेना प्रमुख ले. जनरल बख्शी की वरिष्ठता को नजरअंदाज कर जनरल बिपिन रावत को थल सेनाध्यक्ष बनाया गया है।
- नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने विगत वर्ष 31 मई को पदभार संभाला था, जबकि जनरल बिपिन रावत और एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह ने दिसम्बर में पदभार ग्रहण किया। तीनों सेना प्रमुख प्रधानमंत्री को हथियारों के आधुनिकीकरण और कमियां दूर करने में उनके द्वारा किए गए प्रयासों की भी जानकारी देंगे।
- म्यांमार और पाकिस्तान में सेना द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक, वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति और जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर में आतंकवाद पर भी चर्चा होने की संभावना है।