- सितंबर, 2015 में भारत सहित 193 देश सतत विकास लक्ष्यों (SDG) के प्रतिबद्ध हुए हैं। जैसा कि संयुक्त राष्ट्र के संकल्प, सतत विकास के लिए 2030 के एजेंडा दुनिया के रूपांतरण में निहित है।
- इसमें 17 एसडीजी हैं जिनमें 2030 तक अर्जित किये जाने वाले 169 लक्ष्य हैं।
Some SDG
- SDG 1 में गरीबी को कहीं भी किसी भी रूप में हो समाप्त करना
- एसडीजी 2 में भूख समाप्त करना, खाद्य सुरक्षा और पोषण में सुधार तथा सतत कृषि को बढ़ावा देना
- एसडीजी 5 में लिंग समानता अर्जित करना तथा लड़कियों और महिलाओं को सशक्त बनाना आदि शामिल है।
India & SDG
- एसडीजी बेहतर मानव भलाई के लिए विकास कार्यों में मदद करते हैं।
- भारत ने 19 जुलाई, 2017 को संयुक्त राष्ट्र के हाई लेवल राजनीतिक फोरम (एचएलपीएफ) 2017 में देश में सशक्त विकास लक्ष्यों को लागू करने की स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
- भारतीय स्वैच्छिक राष्ट्रीय समीक्षा रिपोर्ट एसडीजी 1 में सभी प्रकार की गरीबी को चाहे वह कहीं भी हो पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- एसडीजी 2 में भूख समाप्त करने, खाद्य सुरक्षा प्राप्त करना और बेहतर पोषण और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देना तथा एसडीजी 3 में स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करना तथा सभी उम्र के लोगों की भलाई को बढ़ावा देना।
- एसडीजी 5 में लैंगिक समानता हासिल करना और सभी महिलाओं और लड़कियों को सशक्त बनाना आदि शामिल है।
SDG: युक्त राष्ट्र का एजेंडा 2030 (17 विकास लक्ष्य)
1. गरीबी के सभी रूपों की पूरे विश्व से समाप्ति
2. भूख की समाप्ति, खाद्य सुरक्षा और बेहतर पोषण और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा
3. सभी आयु के लोगों में स्वास्थ्य सुरक्षा और स्वस्थ जीवन को बढ़ावा
4. समावेशी और न्यायसंगत गुणवत्ता युक्त शिक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही सभी को सीखने का अवसर देना
5. लैंगिक समानता प्राप्त करने के साथ ही महिलाओं और लड़कियों को सशक्त करना
6. सभी के लिए स्वच्छता और पानी के सतत प्रबंधन की उपलब्धता सुनिश्चित करना
7. सस्ती, विश्वसनीय, टिकाऊ और आधुनिक ऊर्जा तक पहुंच सुनिश्चित करना.
8. सभी के लिए निरंतर समावेशी और सतत आर्थिक विकास, पूर्ण और उत्पादक रोजगार, और बेहतर कार्य को बढ़ावा देना
9. लचीले बुनियादी ढांचे, समावेशी और सतत औद्योगीकरण को बढ़ावा
10. देशों के बीच और भीतर असमानता को कम करना
11. सुरक्षित, लचीले और टिकाऊ शहर और मानव बस्तियों का निर्माण
12. स्थायी खपत और उत्पादन पैटर्न को सुनिश्चित करना
13. जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों से निपटने के लिए तत्काल कार्रवाई करना
14. स्थायी सतत विकास के लिए महासागरों, समुद्र और समुद्री संसाधनों का संरक्षण और उपयोग
15. सतत उपयोग को बढ़ावा देने वाले स्थलीय पारिस्थितिकीय प्रणालियों, सुरक्षित जंगलों, भूमि क्षरण और जैव विविधता के बढ़ते नुकसान को रोकने का प्रयास करना
16. सतत विकास के लिए शांतिपूर्ण और समावेशी समितियों को बढ़ावा देने के साथ ही सभी स्तरों पर इन्हें प्रभावी, जवाबदेही बनना ताकि सभी के लिए न्याय सुनिश्चित हो सके
17. सतत विकास के लिए वैश्विक भागीदारी को पुनर्जीवित करने के अतिरिक्ति कार्यान्वयन के साधनों को मजबूत बनाना