प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी को स्टार्ट अप इंडिया की शुरुआत की है। जानते हैं इसकी प्रमुख बातें:
- स्टार्ट अप के लिए सेल्फ सर्टिफिकेशन सिस्टम रहेगा। यानी तीन साल तक इंस्पेक्शन के लिए कोई सरकारी अधिकारी नहीं आएगा।
- स्टार्ट अप के लिए ऐप्लीकेशन और वेब पोर्टल शुरू किया जा रहा है। इसमें एक साधारण फॉर्म होगा जिससे रजिस्ट्रेशन आसान बनेगा।
- स्टार्ट अप के पेटेंट ऐप्लीकेशन जमा करने की फीस में 80 प्रतिशत की कटौती।
- स्टार्ट अप के लिए एग्जिट की व्यवस्था भी बनेगी। 90 दिनों के भीतर आसान और तेज एग्जिट व्यवस्था शुरू की जाएगी।
- स्टार्ट अप एग्जिट व्यवस्था के लिए संसद में बिल भी लाया जाएगा।
- स्टार्ट अप की जरूरतों को पूरा करने के लिए 10 हजार करोड़ का फंड ऑफ फंड बनाया जाएगा।
- स्टार्ट अप्स के लिए क्रेडिट गारंटी फंड लेकर आएंगे।
- स्टार्ट अप शुरू करने वालों को कैपिटल गेन टैक्स की छूट मिलेगी।
- अपनी संपति बेचकर स्टार्ट अप में पैसा लगाए तो उसे छूट मिलेगी।
- तीन साल तक स्टार्ट अप में टैक्स छूट मिलेगी।
- महिलाओं को स्टार्ट अप के लिए विशेष व्यवस्था।
- अटल इनावेशन मिशन की स्थापना की जाएगी जिसका उद्देश्य प्रतिभा को बढ़ावा देना।
- इन्क्यूबेशन को बढ़ावा दिया जाएगा देना और उन्हें मजबूत किया जाएगा।
- इनोवेशन को राष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड देने का विचार चल रहा है।
- पीपीपी मॉडल भी इसमें शामिल किए गए हैं।
- बायोटेक्नॉलोजी को बढ़ावा देने की जरूरत है। 7 नए रिसर्च सेंटर्स शुरू करने की तैयारी है जिसके लिए सरकार 100 करोड़ देगी।
- छात्रों के लिए इनोवेशन के कोर्स शुरू किए जाएंगे और 5 लाख स्कूलों में 10 लाख बच्चों पर फोकस कर इसे बढ़ावा दिया जाएगा।
- इन्क्यूबेटर ग्रैड चैलेंज जिसमें सरकार 10 ऐसे इन्क्यूबेटर की पहचान करेगी जिनमें वर्ल्ड क्लास बनने की क्षमता है उन्हें आर्थिक मदद दी जाएगी।