जल क्रांति अभियान

देश में जल संरक्षण एवं प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने, नदियों के बहाव की निगरानी करने और जल संरक्षण एवं प्रदूषण निवारण आदि के लिए सरकार ने महत्वकांक्षी ‘‘जल क्रांति अभियान’ नामक एकीकृत योजना को आगे बढ़ाते हुए अब तक 1001 ‘‘जल ग्राम’ का चयन किया है।

- राज्यों के सहयोग से इस अभियान को अगले दो वर्षो में तेजी से बढ़ाने का निर्णय किया गया है।

=>"योजना का उद्देश्य"
- इस योजना के तहत देश के 674 जिलों में प्रत्येक में जल की कमी वाले दो गांवों में जल का इष्टतम उपयोग सुनिश्चित करने के लिए ‘‘जल ग्राम’ पहल शुरू की जा रही है।

- प्रत्येक जिले में जल की अत्यधिक कमी वाले दो गांव को ‘‘जल ग्राम’ का नाम दिया जा रहा है।Jal Kranti Abhiya

** 674 जिलों में ऐसे 1,348 जल ग्राम की पहचान करनी है । ‘

- जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती ने जून, 2015 में इसकी शुरुआत तीन क्षेत्रों राजस्थान के जयपुर, उत्तर प्रदेश के झांसी और हिमाचल प्रदेश के शिमला से की थी।

- जिन राज्यों में प्रत्येक जिले में दो जल ग्राम की पहचान का कार्य पूरा किया गया है उनमें गोवा, केरल, नगालैंड, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश शामिल है। 
- इस पहल में पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र पीछे चल रहे हैं।

=>"योजना के अंतर्गत क्या- क्या "
- जल क्रांति अभियान के लिए जिन मौजूदा स्कीमों से व्यय को पूरा किया जाएगा, उनमें प्रस्तावित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, जल निकायों की मरम्मत, नवीकरण & पुनरुद्धार, एकीकृत वाटर शेड मैनेजमेंट कार्यक्र म, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, सूचना, शिक्षा एवं संचार, राष्ट्रीय जल मिशन कार्यक्रम, त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम, बांध पुनरूद्धार एवं सुधार परियोजना आदि शामिल हैं।

- बहरहाल, जल क्रांति अभियान पर जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय की 2015-16 की दिशा निर्देशिक में कहा गया है कि प्रत्येक जल ग्राम में शुरू किए जाने वाले प्रस्तावित कायरे के संबंध में व्यय को केंद्र और राज्य सरकारों की संबंधित मौजूदा स्कीमों से पूरा किया जाएगा। 
- स्थानीय जल पेशेवरों को जल संबंधी मुद्दों के संबंध में जन जागरूकता फैलाने तथा जल से जुड़ी समस्याओं के निराकरण के लिए उपयुक्त प्रशिक्षण देकर उन्हें ‘‘जल मित्र’ बनाया जाएगा। इसके तहत संबंधित महिला पंचायत सदस्यों को ‘‘जल नारी’ बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। 
- प्रत्येक जल ग्राम में सुजलम कार्ड के रूप में ‘‘एक जल स्वास्य कार्ड तैयार किया जायेगा जो गांव के लिए उपलब्ध पेयजल स्रेतों की गुणवत्ता के बारे में वार्षिक सूचना प्रदान करेगा। जल ग्राम योजना के तहत जल ग्राम का चयन इसके कार्यान्वयन के लिए गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा।

- प्रत्येक गांव को एक इंडेक्स वेल्यू प्रदान किया जाएगा जो जल की मांग और उपलब्धता के बीच अंतर के आधार पर तैयार होगा और सबसे अधिक इंडेक्स वेल्यू वाले गांव को जल क्रांति अभियान कार्यक्र म में शामिल किया जाएगा।

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