तंबाकू के खिलाफ छिड़े अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष में भारत ने पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। ग्लोबल एडल्टस टोबैको सर्वे (गैट्स-2)-2017 ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में तंबाकू उपभोक्ताओं की संख्या गत छह वर्षों में छह फीसद तक घट गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन-फ्रेमवर्क कन्वेंशन ऑन टोबैको कंट्रोल-वल्र्ड नालेज हब ऑन स्मोकलेस टोबैको (डब्ल्यूएचओ- एफसीटीसी-वल्र्ड नालेज हब) ने इसके लिए भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा है कि इससे आने वाले समय में कैंसर के मामले कम होंगे। साथ ही इससे होने वाली मौतों में भी कमी आएगी।
वर्ष 2009-10 में जारी गैट्स-1 (34.6 फीसद) रिपोर्ट के मुकाबले वर्ष 2016- 17 में तंबाकू उपभोक्ताओं का फीसद गैट्स-2 रिपोर्ट के अनुसार घटकर 28.6 फीसद रह गया। इसके साथ ही 50 फीसद तंबाकू चबाने वाले व 55 फीसद धूम्रपान करने वाले उपभोक्ता इसे छोड़ने का मन बना रहे हैं। सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान करने की वजह से प्रभावित होने वाले द्वितीयक उपभोक्ता का फीसद भी 29 से घटकर 23 हो गया।
रिपोर्ट की अन्य खास बातें
Ø 15 वर्ष व इससे ऊपर के वयस्क उपभोक्ताओं की संख्या 26.7 करोड़ है। यह सभी प्रकार के तंबाकू उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं।
Ø ग्रामीण उपभोक्ताओं की संख्या शहरी उपभोक्ताओं का लगभग तीन गुना है।
Ø ग्रामीण क्षेत्रों के 19.9 करोड़ वयस्क व शहरी क्षेत्र के 6.8 करोड़ वयस्क तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं
Ø हर पांचवा वयस्क तंबाकू चबाने वाला व हर 10वां वयस्क धूमपान करने वाला है।
Ø पुरुषों की पहली पसंद खैनी व महिलाओं की पहली पसंद हुक्का सिगरेट एवं पान जर्दा है।
Ø 8.5 करोड़ पुरुष खैनी, 6.7 करोड़ बीड़ी-सिगरेट व 5.1 करोड़ गुटखा का इस्तेमाल करते हैं।
Ø दो करोड़ महिलाएं हुक्का-सिगरेट, दो करोड़ पान जर्दा व 1.9 करोड़ खैनी का प्रयोग करती हैं।
Ø 19 फीसद पुरुष, दो फीसद महिलाएं व 10.7 फीसद वयस्क धूमपान करते हैं।
Ø 29.6 फीसद पुरुष, 12.8 फीसद महिलाएं व 21.4 फीसद वयस्क तंबाकू चबाते हैं।
Ø धूमपान करने वाले 75 फीसद लोगों ने व तंबाकू चबाने वाले 66 फीसद लोगों ने टीवी, रेडियो व अखबार में विज्ञापन को गंभीरता से लिया।
Ø 15-17 वर्ष के तंबाकू उपभोक्ताओं की संख्या 10 फीसद से घटकर चार फीसद हो गई।
source: Dainik Jagaran