- वैश्विक भूख सूचकांक की रिपोर्ट ने भारत की बहुत शर्मनाक तस्वीर पेश की है। दुनिया भर के 118 देशों में भुखमरी और कुपोषण को ध्यान में रखकर तैयार की जाने वाली इस सूची में भारत 97 वें स्थान पर है।
- इसमें जिन देशों की स्थिति भारत से बेहद खराब है, उनमें चाड, इथोपिया, सिएरा लियोन, अफगानिस्तान और पाकिस्तान भी शामिल हैं। भारत के दूसरे पड़ोसियों की स्थिति बेहतर है। मिसाल के तौर पर नेपाल 72वें नंबर है जबकि म्यांमा 75वें, श्रीलंका 84वें और बांग्लादेश 90वें स्थान पर है।
- भूख का जहां तक सवाल है, तो ताजा आंकड़े बताते हैं कि एशियाई देशों में सबसे ज्यादा बुरी हालत पाकिस्तान और भारत की है।
क्या है वैश्विक भूख अंक (Global hunger index)
- ये सूची कुपोषित आबादी, पांच से कम उम्र के कुपोषित बच्चे और इसी आयु वर्ग की शिशु मृत्यु दर के आधार पर बनाई जाती है।
- वैश्विक भूख अंक ( ग्लोबर हंगर स्कोर) ज्यादा होने का मतलब है उस देश में भूख की समस्या अधिक है। उसी तरह किसी देश का अंक अगर कम होता है तो उसका मतलब है कि वहां स्थिति बेहतर है।
- यह रिपोर्ट इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीच्यूट और दो स्वयं सेवी संगठनों-वेल्थ हंगर लाइफ और कंसर्न वर्ल्डवाइड ने मिलकर तैयार की है।
- रिपोर्ट के लिए 118 विकासशील देशों के बारे में अध्ययन किया गया है।
- इसे नापने के चार मुख्य पैमाने हैं-
- कुपोषण,
- शिशुओं में भयंकर कुपोषण,
- बच्चों के विकास में रुकावट और
- बाल मृत्यु दर।
- इस सूचकांक के जरिए विश्व भर में भूख के खिलाफ चल रहे अभियान की उपलब्धियों और नाकामियों को दर्शाया जाता है।
- इस बार से रिपोर्ट को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावित 2030 के एजेंडे से भी जोड़ा गया है जिसमें ‘जीरो हंगर’ का लक्ष्य रखा गया है।